लंबे इंतजार के बाद यूक्रेन को अमेरिकी लड़ाकू विमान एफ-16 (F-16) मिला है। F-16 का पहला जत्था डेनमार्क और नीदरलैंड से यूक्रेन भेजा जा रहा है। गर्मियों में ये उड़ान शुरू कर देंगे।
एक इंजन और एक सीट वाला F-16 लड़ाकू विमान बेहद ताकतवर है। इससे कई तरह के हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल दागे जा सकते हैं। इससे रूसी लड़ाकू विमानों को खतरा होगा।
यूक्रेन के पास पहले F-16 जैसा लड़ाकू विमान नहीं था। इसमें 20mm का तोप लगा है। यह जमीन पर हमला करने के लिए कई तरह के बम और मिसाइल ले जा सकता है।
अभी साफ नहीं है कि कितने F-16 विमान यूक्रेन भेजे जा रहे हैं। अमेरिका, डेनमार्क और नीदरलैंड ने F-16 देने का वादा किया है। यूक्रेन को 60 F-16 विमान मिलने की उम्मीद है।
F-16 फाइटर जेट को अमेरिकी कंपनी जनरल डायनेमिक्स ने डिजाइन किया है। यह सुपरसोनिक फाइटर जेट है। इसका इस्तेमाल हवा से हवा में लड़ाई और हवा से जमीन पर हमले के लिए किया जाता है।
अभी में यूक्रेन के पास लड़ाकू विमानों की क्षमता कम है। यूक्रेन की वायुसेना के पास MiG-29 लड़ाकू विमान है। जंग की शुरुआत में बहुत से विमान रूसी एयरफोर्स के साथ लड़ाई में खत्म हो गए।
अभी यूक्रेन के पास रूसी लड़ाकू विमानों से लड़ने के लिए लड़ाकू विमान कम हैं। रूसी लड़ाकू विमान राजधानी कीव तक पर आक्रमण कर रहे हैं। इन हमलों को रोकने के लिए यूक्रेन को F-16 चाहिए।
यूक्रेन की वायुसेना अभी मिग-29 विमान का इस्तेमाल कर रही है। ये तेज रफ्तार विमान है, लेकिन रेंज सिर्फ 1400 किलोमीटर है। मिग-29 से दागे जाने वाले मिसाइलों की क्षमता भी सीमित है।
यूक्रेनी वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इहनात ने बताया है कि F-16 से हवा से हवा में मार करने वाले ऐसे मिसाइल दागे जा सकते हैं जिनका रेंज 180 km है। इससे रूसी विमानों को रोका जा सकेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि F-16 से रूस-यूक्रेन जंग में नया मोड़ आ सकता है। इससे रूसी सेना पर दबाव बढ़ेगा। F-16 यूक्रेन की हवाई क्षमता बढ़ाएगा। रूस के खिलाफ नया खतरा पैदा होगा।
F-16 आने से यूक्रेन के सैनिकों का गिरता मनोबल बढ़ेगा। रूस को नाटो द्वारा यूक्रेन को निरंतर समर्थन दिए जाने का साफ संदेश देगा।
हां, रूस के पास F-16 का जवाब है। रूसी एयरफोर्स MiG-31, Sukhoi Su-30, Sukhoi Su-35 और पांचवीं पीढ़ी के Sukhoi Su-57 फाइटर जेट्स से लैस है। इनसे टकराना F-16 के लिए आसान न होगा।