इजरायल और ईरान के बीच जंग शुरू होने का खतरा है। मध्यपूर्व में स्थित ये दोनों देश बेहद ताकतवर हैं। इनके बीच लड़ाई से बड़े पैमाने पर तबाही होगी। जानें दोनों की सैन्य ताकत कितनी है।
इजरायल और ईरान की सैन्य क्षमता में काफी अंतर है। ईरान के पास अधिक संख्या में सैनिक, टैंक और मिसाइलें हैं। वहीं, इजरायल की सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस है।
सैनिकों की बात करें तो ईरान के पास 6.1 लाख एक्टिव सैनिक हैं। इसके पास 3.5 लाख रिजर्व जवान भी हैं। वहीं, इजरायल के पास 1.7 लाख एक्टिव और 4.65 लाख रिजर्व जवान हैं।
विमानों के मामले में इजरायल ईरान से आगे है। ईरान के पास कुल 551 विमान हैं। वहीं, इजरायल के पास 612 विमान हैं। ईरान के पास 186 लड़ाकू विमान हैं। इजरायल के पास 241 फाइटर जेट्स हैं।
ईरान के लड़ाकू विमान पुराने हैं। यह देश मिराज एफ1, F-14 टॉमकैट, HASA Azarakhsh, HESA Kowsar, HESA Saeqeh, F-4 फैन्टम टू, MiG-29,सुखोई-24 और सुखोई-35 जैसे लड़ाकू विमान हैं।
इजरायल के पास F-35, F-16I Sufa, F-15I, F-15E स्ट्राइक ईगल, F-16 फाइटिंग फाल्कन, F-15 ईगल जैसे अत्याधुनिक और ताकतवर लड़ाकू विमान हैं।
टैंकों की संख्या में मामले में ईरान आगे हैं। उसके पास 1996 टैंक हैं। इजरायल के पास 1370 टैंक हैं। ईरान के पास 65,765 बख्तरबंद वाहन है। वहीं, इजरायल के पास 43,407 बख्तरबंद वाहन हैं।
ईरान के पास खुद से आगे बढ़ने वाले 580 और इजरायल के पास 650 तोप हैं। दूसरे वाहन से खींचे जाने वाले तोपों की बात करें तो ईरान के पास ऐसे 2050 तोप हैं। वहीं, इजरायल के पास 300 हैं।
नौसेना के मामले में ईरान आगे है। उसके पास 101 युद्धपोत हैं। वहीं, इजरायल के पास 67 युद्धपोत हैं। ईरान के पास 19 पनडुब्बी हैं, जबकी इजरायल के पास 5 पनडुब्बी हैं।
थल सेना और नौ सेना के मामले में ईरान भले इजरायल को टक्कर दे, लेकिन अगर जंग हुई तो ईरान का तबाह होना पक्का है। इसकी वजह इजरायल नहीं, उसके सहयोगी देश हैं।
अमेरिका इजरायल का सबसे बड़ा सहयोगी देश है। अगर इजरायल पर हमला होता है तो अमेरिका इसे खुद पर हमले की तरह लेगा। मध्यपूर्व में अमेरिका से पहले से बहुत अधिक सैन्य बेस हैं।
इजरायल-हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद अमेरिका ने मध्यपूर्व में अपने दो विमान वाहक पोत के साथ स्ट्राइक ग्रुप को तैनात कर रखा है। ईरान अमेरिकी सैन्य ताकत का सामना नहीं कर सकता।