ईरान के पास तेल और गैस के बड़े भंडार है। उसकी निर्यात में करीब 80% हिस्सा तेल का है। इससे होने वाली कमाई GDP का करीब 23% है।
ईरान की जीडीपी में कृषि का 10%,मैन्युफैक्चरिंग का 13% और सेवाओं का 51% हिस्सा है। सेवाओं में व्यापार, रेस्तरां और सार्वजनिक सेवाएं शामिल हैं।
कृषि क्षेत्र ईरान को खाद्य सुरक्षा देने के साथ ही आमदनी भी कराता है। यह देश सालाना करीब 6 अरब डॉलर (50,374 करोड़ रुपए) के कृषि उत्पाद निर्यात करता है।
अमेरिका द्वारा लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के कारण ईरान के कच्चे तेल के निर्यात में गिरावट आई है। इसकी भरपाई के लिए इसने अपने पेट्रोकेमिकल उत्पादन में वृद्धि की है।
ईरान के पास जस्ता, तांबा, लौह अयस्क, जिप्सम, सीसा, कोयला, बैराइट, क्रोमेट और मैंगनीज जैसे खनिज के बड़े भंडार हैं। इसका खनिज निर्यात 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक है।
ईरान के पास समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्थल हैं। इसे पर्यटन से अच्छी आमदनी होती है।
ईरान के बहुत से लोग विदेश में रहकर काम करते हैं। ये अपनी कमाई घर भेजते हैं।