मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच ईरान अब इजराइल पर हमले की तलाश में है। इसी बीच, अमेरिका ने मध्य-एशिया में अपनी गाइडेड मिसाइलों से लैस पनडुब्बियां तैनात कर दी हैं।
इजराइल-ईरान के बीच तनातनी को देखते हुए अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में F-35C फायटर जेट्स से लैस एयरक्राफ्ट कैरियर रवाना किया है।
बता दें कि अमेरिका पहले ही कह चुका है कि अगर ईरान ने इजराइल पर हमला किया तो उसे इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे। अमेरिका पूरी तरह से इजराइल की मदद के लिए तैयार है।
इससे पहले 1 अगस्त को अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में 12 एयरक्रॉफ्ट कैरियर तैनात किए थे। वहीं, अब मिसाइलों से लैस पनडुब्बियों की तैनाती से जाहिर है कि जंग कभी भी शुरू हो सकती है।
इसी बीच, अमेरिकी मीडिया हाउस एक्सिओस ने दावा किया है कि ईरान अगले दो दिन के भीतर इजराइल पर हमला बोल सकता है। ये हमला गुरुवार 15 अगस्त से पहले हो सकता है।
Axios ने ये दावा इजराइली इंटेलिजेंस से जुड़े दो लोगों के हवाले से किया है। बता दें कि युद्ध की आशंका को देखते हुए कई एयरलाइन कंपनियों ने अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
मिडिल ईस्ट में युद्ध की आशंका को देखते हुए चीन ने ईरान का सपोर्ट करने की बात कही है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ईरान से बात कर मदद का पूरा भरोसा जताया है।
वहीं, रूस ने भी ईरान का समर्थन करने की बात कही है। हालांकि भारत इस मामले में पूरी तरह तटस्थ है।