इजराइली सेना हिजबुल्लाह को जड़ से खत्म करना चाहती है। यही वजह है कि IDF ने अब लेबनान में आतंकी संगठन से जुड़े बैंकों को निशाना बनाना शुरू किया है।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक रविवार को IDF ने अल-कर्द अल-हसन एसोसिएशन से जुड़े बैंकों पर बमबारी की। ये हिजबुल्लाह आतंकियों को बिना ब्याज के लोन देने वाली संस्था है।
लेबनान में इस संस्था की 31 शाखाएं हैं, जिन पर IDF ने ताबड़तोड़ बमबारी की है। हालांकि, अभी ये साफ नहीं हुआ है कि 31 में से कितनी ब्रांच को नुकसान पहुंचा है।
IDF का कहना है कि हम नहीं चाहते कि हिजबुल्लाह के आतंकियों को जंग लड़ने के लिए पैसे मिलें। यही वजह है कि हम बिना लोन के ब्याज देने वाले ऐसे बैंकों को निशाना बना रहे हैं।
IDF का कहना है कि अल-कर्द अल-हसन के पैसे का इस्तेमाल हिजबुल्लाह अपने आतंकियों को सैलरी देने के लिए करता है। ऐसे में इन बैंकों को खत्म कर हम उसकी आर्थिक रीढ़ तोड़ देंगे।
बता दें कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद संगठन के नए चीफ बने शेख नईम कासिम ने लेबनान छोड़ दिया है। इजराइल के डर से घबराए कासिम ने ईरान में शरण ली है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नईम कासिम 5 अक्टूबर को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के साथ दमिश्क होते हुए ईरान पहुंचा है। तब से वो वहीं पर है।
इजराइल के हमले में अब तक लेबनान में 2450 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 11,500 से ज्यादा घायल हैं।
वहीं, इजराइली सेना के हमले में अब तक Gaza में 42000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। मरने वालों में बच्चों-महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है।