Hindi

Hezbollah को पाई-पाई का मोहताज बना देगा Israel, लेबनान में किया ये काम

Hindi

लेबनान में आतंकी संगठन से जुड़े बैंकों पर इजराइल की बमबारी

इजराइली सेना हिजबुल्लाह को जड़ से खत्म करना चाहती है। यही वजह है कि IDF ने अब लेबनान में आतंकी संगठन से जुड़े बैंकों को निशाना बनाना शुरू किया है।

Image credits: Social media
Hindi

हिजबुल्लाह आतंकियों को बिना ब्याज लोन देने वाले बैंक पर हमला

टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक रविवार को IDF ने अल-कर्द अल-हसन एसोसिएशन से जुड़े बैंकों पर बमबारी की। ये हिजबुल्लाह आतंकियों को बिना ब्याज के लोन देने वाली संस्था है।

Image credits: Getty
Hindi

लेबनान में इस बैंक की 31 ब्रांच

लेबनान में इस संस्था की 31 शाखाएं हैं, जिन पर IDF ने ताबड़तोड़ बमबारी की है। हालांकि, अभी ये साफ नहीं हुआ है कि 31 में से कितनी ब्रांच को नुकसान पहुंचा है।

Image credits: Getty
Hindi

IDF बोला- हम नहीं चाहते आतंकियों को पैसे मिलें

IDF का कहना है कि हम नहीं चाहते कि हिजबुल्लाह के आतंकियों को जंग लड़ने के लिए पैसे मिलें। यही वजह है कि हम बिना लोन के ब्याज देने वाले ऐसे बैंकों को निशाना बना रहे हैं।

Image credits: X-@seautocure
Hindi

हिजबुल्लाह की आर्थिक रीढ़ तोड़ देंगे

IDF का कहना है कि अल-कर्द अल-हसन के पैसे का इस्तेमाल हिजबुल्लाह अपने आतंकियों को सैलरी देने के लिए करता है। ऐसे में इन बैंकों को खत्म कर हम उसकी आर्थिक रीढ़ तोड़ देंगे।

Image credits: X-@seautocure
Hindi

हिजबुल्लाह के नए चीफ ने छोड़ा लेबनान

बता दें कि हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद संगठन के नए चीफ बने शेख नईम कासिम ने लेबनान छोड़ दिया है। इजराइल के डर से घबराए कासिम ने ईरान में शरण ली है।

Image credits: Getty
Hindi

लेबनान छोड़ नईम कासिम ने ईरान में ली शरण

रिपोर्ट के मुताबिक, नईम कासिम 5 अक्टूबर को ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची के साथ दमिश्क होते हुए ईरान पहुंचा है। तब से वो वहीं पर है।

Image credits: X-@seautocure
Hindi

लेबनान में अब तक मारे गए 2450 से ज्यादा लोग

इजराइल के हमले में अब तक लेबनान में 2450 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 11,500 से ज्यादा घायल हैं।

Image credits: X-@seautocure
Hindi

Gaza में अब तक 42000 से ज्यादा मौतें

वहीं, इजराइली सेना के हमले में अब तक Gaza में 42000 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। मरने वालों में बच्चों-महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है।

Image Credits: X-@seautocure