इजराइली एयरफोर्स ने हिजबुल्लाह की ड्रोन यूनिट के चीफ मुहम्मद हुसैन सरूर को भी मार दिया है। 26 सितंबर को एक हवाई हमले में उस पर एक साथ 3 मिसाइलें दागीं।
सरूर जिस इमारत में छुपा था, मिसाइलें ठीक उसी पर गिरीं। इस हमले में सरूर के अलावा हिजबुल्लाह के 4 और आतंकियों की जान गई है, जो उसी बिल्डिंग में छुपे थे। इसके अलावा कई घायल हैं।
मुहम्मद सरूर 1980 में हिजबुल्लाह के साथ जुड़ा था। कई अहम पदों पर रहने के बाद वो राडवान फोर्स की सरफेस-टू-एयर मिसाइल यूनिट का इंचार्ज बना। बाद में उसे ड्रोन यूनिट का चीफ बनाया गया।
मुहम्मद सरूर हिजबुल्लाह की ड्रोन यूनिट संभालने के साथ ही यमन के हूती विद्रोहियों के साथ तालमेल बनाने का काम भी करता था।
इजराइल के PM नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह पर हमले रोकने से साफ मना कर दिया है। उनके ऑफिस की ओर से कहा गया कि अमेरिका-फ्रांस ने जंग रोकने की मांग की थी, जिसका हमने कोई जवाब नहीं दिया है।
इजराइल का कहना है कि PM नेतन्याहू की सलाह पर सेना पूरी ताकत से हिजबुल्लाह के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।
वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने IDF चीफ जनरल हालेवी से कहा है कि हिज्बुल्लाह के खिलाफ हमले चलते रहने चाहिए। उन्हें संभलने का मौका नहीं देना है।
इससे पहले हिजबुल्लाह ने इजराइल के राफेल मिलिट्री फैसेलिटी पर 45 रॉकेट दागे। इसमें कई तो समुद्र में जा गिरे। इससे इजराइल को कितना नुकसान हुआ, इसकी जानकारी नहीं है।
बता दें कि इजराइल पिछले 8 दिनों से लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह पर हमले कर रहा है। 17 सितंबर को पेजर से शुरू हुए ये हमले अब एयरस्ट्राइक तक पहुंच चुके हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिजबुल्लाह पर किए गए इजराइल के हमलों से अब तक 700 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 5000 से ज्यादा घायल हैं।