इजराइल और लेबनान में चल रहे वॉर पिछले 8 दिनों में बढ़ गए हैं। अब तक 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइली सेना लेबनान (Lebanon) में घुसने की तैयारी कर रही है।
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के मिलिट्री चीफ हर्जई हालेवी ने बुधवार को कहा, लेबनान में हवाई हमलों का मकसद हिजबुल्लाह के ढांचे को नष्ट करना, जमीनी घुसपैठ का रास्ता निकालना है।
हालेवी ने कहा कि इजराइली सेना जैसे ही हिजबुल्लाह के इलाके में घुसेगी, उसकी चौकियां बर्बाद करेगी। तब उसे पता चलेगा कि इजराइल से टकराने का क्या मतलब होता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबनान में हिजबुल्लाह पर नजर रखने के लिए मोसाद ने कई एजेंट्स एक्टिव किए हैं। हिजबुल्लाह के अंदर क्या कुछ चल रहा है, हर जानकारी उसके पास पहुंचती रहती है।
लेबनान इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद का गढ़ माना जाता है, क्योंकि मोसाद लेबनाने में ही हायरिंग करता है। वहां के लोग ही हिजबुल्लाह की एक-एक जानकारी मोसाद तक पहुंचाते हैं।
मोसाद के कई एजेंट्स लेबनान में एक्टिव हैं। हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, यह सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से ही सुनने को मिलता है।
इजराइल और हिजबुल्लाह की दुश्मनी 18 साल पुरानी है। दोनों में पहली बार 2006 में जंग हुई थी। तभी से दुश्मनी बढ़ती गई, जो आज तक चल रही है।
लेबनान हिजबुल्लाह का गढ़ है। यहीं हिजबुल्लाह के लड़ाके रहते हैं। 17 सितंबर, 2024 को लेबनान पर पेजर अटैक हुआ था। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इसके लिए इजराइल को जिम्मेदार माना।