इजरायल अब लेबनान में जमीनी हमला करने के लिए तैयार है। ऐसा होने पर हिज्बुल्लाह को इजरायली सेना के मर्कवा 4 टैंक का सामना करना होगा। यह उनके लिए काल बन सकता है।
65 टन का मर्कवा 4 इजरायल का मुख्य टैंक है। इजरायल इस टैंक को किसी अन्य देश को नहीं बेचता। इसकी गिनती दुनिया के सबसे घातक टैंकों में होती है।
मर्कवा 4 स्मार्ट टैंक है। इसे AI, अपग्रेडेड सेंसर और वर्चुअल रियलिटी जैसी अत्याधुनिक क्षमताओं से लैस किया गया है।
मर्कवा 4 चला रहे सैनिक आयरन व्यू नाम के हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं। इससे वे टैंक के अंदर रहकर भी बाहर देख पाते हैं। टैंक में स्मार्ट मिशन कंप्यूटर लगा है।
मर्कवा 4 टैंक चलाने के लिए चार लोगों (कमांडर, लोडर, गनर और ड्राइवर) की जरूरत होती है।
मर्कवा 4 टैंक में 120 मिमी का स्मूथ-बोर गन लगा है। यह हाई-पेनेट्रेशन प्रोजेक्टाइल और गाइडेड शेल सहित कई तरह के गोले और मिसाइल फायर कर सकती है।
टैंक में 48 राउंड गोला-बारूद होता है। यह APFSDS-T M711 (CL 3254), HEAT-MP-T M325 (CL 3105) और TPCSDS-T M324 (CL 3139) गोले दागता है।
टैंक में 7.62mm मशीन गन और 60mm मोर्टार सिस्टम लगा है। मोर्टार 2,700 मीटर की दूरी तक गोले दाग सकता है। दोनों को टैंक के अंदर से ही चलाया जा सकता है।
टैंक को 1,500hp के V-12 डीजल इंजन से ताकत मिलती है। इसकी अधिकतम रफ्तार 60km/h है।
दुश्मन के हमले से बचने के लिए टैंक में एमकोरम LWS-2 लेजर चेतावनी प्रणाली लगी है। यह खुद को गोले या मिसाइल से बचाने के लिए डिकॉय लॉन्च करता है।
मर्कवा 4 को राफेल ट्रॉफी एक्टिव प्रोटेक्शन सिस्टम से भी लैस किया गया है। यह टैंक को एंटी-टैंक रॉकेट, एंटी-टैंक मिसाइल और टैंक HEAT राउंड से बचाता है।