लेबनान में इजराइली हमले में हिजबुल्लाह को बड़ा नुकसान हुआ है। उसका मिसाइल कमांडर इब्राहिम कुबैसी मारा गया है। लेबनान (Lebanon) में दो दिन में मरने वालों की संख्या 569 पहुंच गई है।
इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोमवार को कहा था कि उनका एयरस्ट्राइक हिजबुल्लाह के बनने के बाद से उसे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। उसके हजारों रॉकेट-मिसाइलें बर्बाद हो गई हैं
इजराइल हिजबुल्लाह को सरेंडर कराना चाह रहा है लेकिन हिजबुल्लाह के पीछे हटने की संभावना कम है। लेबनान में गाजा जैसे माहौल नजर आ रहे हैं। इजराइली सीमा के करीब घर खाली हो रहे हैं।
विदेश मामलों के जानकारों का मानना है कि इजरायली कमांडर जानते हैं कि हमास की तुलना में लेबनान में घुसना उनकी सेना के लिए चुनौतियों वाला है। हिजबुल्लाह घात लगाए बैठा है।
जानकारों का कहना है कि हिजबुल्लाह चाहता है कि इजराइली सैनिक लेबनान में घुसे, जिससे वह हमला कर सके। वो लेबनान के हर इलाकों से परिचित है। जिससे गुरिल्ला युद्ध लड़ सकता है।
हिजबुल्लाह ने 18 साल चट्टानी सुरंगें बनाया है। उसके पास ईरान के दिए खतरनाक हथियार हैं। उसे इंतजार इजराइली सैनिकों का है। वो उबर-खाबड़ जैसी जगहों में IDF के लिए चुनौती बन सकता है।
वाशिंगटन डीसी के एक थिंक टैंक सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के अनुसार, हिजबुल्लहा के पास करीब 30 हजार एक्टिव और 20 हजार रिजर्व लज़ाके हैं। उनके पास लड़ने का अनुभव है।
अनुमान है कि, हिजबुल्लाह के पास 1,20,000 से 2,00,000 मिसाइलें, रॉकेट, ड्रोन हैं। इजरायल को लग रहा कि हिजबुल्लाह इनका इस्तेमाल नहीं करेगा, क्योंकि उसे इजरायली एयरफोर्स का डर है।