हमास-इजराइल युद्ध को 19 दिन हो चुके हैं, लेकिन जंग थमती नहीं दिख रही है। इस युद्ध के चलते ईरान और अमेरिका में भी तनाव बढ़ता जा रहा है।
इसी बीच, अमेरिका ने अपने सबसे खतरनाक हथियारों में से एक थाड यानी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) सिस्टम को तैनात करने की बात कही है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने UNSC में आयोजित एक बैठक में ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि हम अपने सैनिकों पर हुए हमले के जवाब में THAAD को तैनात करने जा रहे हैं।
अमेरिका का थाड मिसाइल सिस्टम अगर इस क्षेत्र में तैनात होता है तो इजराइल-हमास की ये जंग अब ईरान-अमेरिका युद्ध में भी तब्दील हो सकती है।
2 एयरक्रॉफ्ट कैरियर, फाइटर जेट्स और सैनिकों की तैनाती के बाद अब अमेरिका अपने खतरनाक मिसाइल सिस्टम को मिडिल ईस्ट में तैनात करने जा रहा है।
अमेरिका ने साफ कहा है कि अगर मिडिल-ईस्ट में हालात नहीं सुधरे तो इस जंग में वो खुलकर इजराइल का साथ देगा और उसे कोई रोक नहीं पाएगा।
THAAD अमेरिका का सबसे मॉर्डर्न मिसाइल सिस्टम है, जो मीलों दूर से आ रही मिसाइल को इंटरसेप्ट कर हवा में ही मार गिराता है।
THAAD मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'Hit to Kill' तकनीक पर काम करता है। यानी ये दुश्मन की मिसाइल को पूरी तरह से खत्म करने के बाद ही रुकता है।
इसमें एक साथ 8 एंटी मिसाइलें दागने की क्षमता है। इस मिसाइल सिस्टम की मारक क्षमता 200 KM दूरी और 150 KM की ऊंचाई तक है।
THAAD में मध्यम रेंज की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता है। ये डिफेंस सिस्टम मानव रहित रडार और मिसाइल लॉन्चर से लैस है।