रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने गाजा में 2,500 से ज्यादा सुरंगे बना रखी हैं। यह बेहद मजबूत नेटवर्क है। इन्हीं सुरंगों को इजरायल की सेना 'गाजा मेट्रो' कहती है।
गाजा में बनी सुरंगें बेहद घनी आबादी वाले क्षेत्रों में हैं। इजराइली सेना के आने की कम संभावना है। इसीलिए सुरंगों का पता लगाना आसान नहीं। यहीं से हमास इजराइल की नाक में दम करता है।
कई रिपोर्ट्स का दावा है कि, हमास आतंकियों ने इजराइल से बंधक बनाकर ले जाए गए इजराइली नागरिकों को इन्हीं सुरंगों में रखा है।
हमास का दावा है कि गाजा में उसकी अंडरग्राउंड सुरंगों का जाल करीब 500 किमी तक फैला है। इसकी गहराई 30 से 70 मीटर हैं। इसके एक्सेस पॉइंट कुछ इमारतों, कई स्कूलों और मस्जिदें हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास इन सुरंगों का इस्तेमाल रॉकेट और गोला-बारूद को सुरक्षित रखने में करता है। हमास ने इन सुरंगों में कमांड और कंट्रोल सेंटर भी बना रखा है।
कहा जाता है कि इन सुरंगों को इजरायली बमबारी से बचाने के लिए मजबूत कंक्रीट से बनाया गया है। सुरंगों में बिजली और जरूरत का हर सामान मौजूद है।
2021 में इजरायली सेना ने 11 दिन तक कार्रवाई करने के बाद दावा किया था कि 100 किमी तक सुरंगों को तबाह कर दिया गया है। हालांकि, हमास ने दावा किया कि सिर्फ 5% सुरंगें डैमेज हुईं।
इजराइली डिफेंस फोर्स का दावा है कि हमास ने एक सुरंग बनाने में करीब 3 मिलियन डॉलर का खर्च किया है। इजरायल ने गाजा में सिविलियल कंस्ट्रक्शन के लिए जो सामान भेजा, उसका इस्तेमाल हुआ।
इजरायली सैन्य खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में सुरंगें मिस्र से माल की तस्करी के लिए बनाई गई थी। हवाई निगरानी बढ़ने के बाद सुरंगों का इस्तेमाल हथियार और आतंकी छिपाने में होने लगे