इजरायल और फिलिस्तीन का संघर्ष कई दशकों से जारी है लेकिन 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजराइल ने जो हमले गाजा पर किए हैं, वो अब तक की सबसे विनाशकारी मानी जा रही है।
7 अक्टूबर को हमास लड़ाकों ने इजराफर पर करीब 500 रॉकेट दागे थे। उस दौरान 1200 इजरायलियों की मौत हो गई थी और करीब 260 लोगों को हमास ने बंधक बना लिया था, तभी युद्ध की शुरुआत हुई।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध की शुरुआत से ही एक बात कह रहे हैं कि युद्ध तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक हमास का जड़ से खात्मा नहीं कर देंगे। सेना को खुली छूट भी दे रखी है।
इजराइल लगातार 100 दिनों से गाजा में हमले पर हमला कर रहा है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस विनाशकारी हमले में अब तक गाजा में 23,708 मौतें हो चुकी हैं।
युद्ध में हमास को कई इस्लामिक देश कतर, ईरान, तुर्किए, पाकिस्तान का साथ मिला है। चीन और रूस फिलिस्तीन के समर्थन में हैं। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मनी, भारत इजराइल के समर्थन में।
हमास ने गाजा पट्टी में बड़ी संख्या में सुरंग बना रखा है। इन्हें ही तबाह करने इजराइली सेना ने गाजा में जमीनी हमले किए। अब तक कई सुरंगे तबाह कर दी गई हैं। 350 कमी की सुरंगे मिली हैं।
गाजा में इजरायली हमले में 142 मस्जिदें, 3 चर्च और कई रिफ्यूजी कैंप तबाह हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक इजरायल गाजा पर 14,000 रॉकेट और करीब 29,000 बम गिरा चुका है।
इजराइल ने हमले से पहले गाजा पट्टी को खाली करने को कहा था। इसके चलते 1.8 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं। वहीं 249,263 इजराइली भी उत्तरी-दक्षिणी सीमा से विस्थापित हुए हैं।