मिडिल ईस्ट में इजराइल का खौफ बढ़ता जा रहा है। इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में इजराइली सेना ने रविवार 23 फरवरी को अपने टैंक तैनात कर दिए।
इजराइल डिफेंस फोर्स के मुताबिक, हमने जेनिन के पास एक टैंक डिवीजन तैनात की है। एक डिवीजन में 40 से 60 टैंक हैं।
जेनिन में इजराइली टैंकों की एंट्री होते ही 40,000 फिलिस्तीनी शरणार्थी शहर छोड़कर दूसरी जगह विस्थापित हो गए हैं। इससे पहले शरणार्थियों ने इन शिविरों में शरण ले रखी थी।
बता दें कि इजराइल ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों को निकालने का काम 21 जनवरी से ही शुरू कर दिया था।
1967 में हुए इजराइल-अरब युद्ध के बाद ये पहली बार है, जब इतनी बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी नागरिक विस्थापित हुए हैं।
रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने IDF को अगले कुछ साल वेस्ट बैंक के शरणार्थी शिविरों में रहने का आदेश दिया है। उनका कहना है कि आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए ये काम बेहद जरूरी है।
वेस्ट बैंक जॉर्डन के वेस्ट और येरुशलम के पूर्व में है। 1948 में अरब-इजराइल जंग के बाद जॉर्डन ने इस पर कब्जा कर लिया था। जॉर्डन नदी के पश्चिम में होने से इसका नाम वेस्ट बैंक पड़ा।
1967 में 6 दिन के युद्ध में इजराइल ने वेस्ट बैंक को जॉर्डन से छीन लिया। तब से वेस्ट बैंक पर इजराइल का कब्जा है। यहां 30 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं, जिनमें ज्यादातर फिलिस्तीनी हैं।
20 फरवरी को इजराइल में 3 बसों में विस्फोट हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बसों में हमले की प्लानिंग वेस्ट बैंक में ही बनी। इसके बाद नेतन्याहू ने इस इलाके में सख्त एक्शन का आदेश दिया।