सिनवार का जन्म 1960 के दशक की शुरुआत में गाजा शरणार्थी शिविर में हुआ था। वह साल 1987 में हमास की स्थापना के बाद से ही उसका हिस्सा बना था।
यूरोपियन काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के मुताबिक, याह्या सिनवार ने ही आतंकी समूह हमास के आंतरिक सुरक्षा बल को तैयार किया, जो आज अपनी क्रूरता के लिए जानी जाती है।
साल 1989 की बात है, जब इजरायल की सेना ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। इजरायली सैनिकों और फिलिस्तीनी सहयोगियों की हत्या में उसकी भूमिका पाए जाने पर आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
सिनवार चार बार गिरफ्तार हो चुका है। आजीवन कारावास के दौरान जेल में रहते हुए उसने खुद को मजबूत बनाया। सबसे पहले उसने दुश्मन की भाषा हिब्रू को अच्छी तरह बोलना सीखा।
साल 2011 में याह्या सिनवार को एक इजरायली सैनिक गिलाद शालित के बदले याह्या सिनवार को रिहा कर दिया गया। उस समय इजरायल ने हजारों फिलीस्तीनियों को छोड़ा था।
सिनवार हमास का टॉप मोस्ट लीडर है। वह गाजा पट्टी में हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख है। सिनवार की बनाई हमास की सिक्योरिटी सर्विस 'मज्द' गाजा की आंतरिक सुरक्षा देखती है।
सिनवार इसराइली ख़ुफ़िया और सिक्योरिटी सर्विस के अधिकारियों पर नजर रखता है। अमेरिका ने सितंबर 2015 में उसे अंतरराष्ट्रीय चरमपंथियों की ब्लैक लिस्ट में डाला था।