इजरायली सेना गाजा में घुसकर हमास के आतंकियों का सफाया करने को तैयार है। सीमा पर सैकड़ों टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां जुटी हैं। सैनिक अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं।
इन हथियारों में स्पाइक नाम का मिसाइल प्रमुख है। स्पाइक पांचवीं पीढ़ी का मिसाइल है। इसे सैनिक कंधे पर रखकर फायर कर सकता है। भारतीय सेना को भी यह मिसाइल ऑफर हुआ था।
स्पाइक मिसाइल इजरायली कंपनी Rafael बनाती है। इसके कई वर्जन हैं। वाहन से लॉन्च होने वाले Spike LR का रेंज 5.5km है। वहीं, कंधे पर रखकर फायर किए जाने वाले Spike SR का रेंज 2kmहै।
इजरायल के सैनिक जब आक्रमण करने के लिए निकलते हैं तो अपने साथ स्पाइक एसआर मिलाइल लेकर चलते हैं। यह इतना सटीक है कि एक बार फायर किए जाने पर अपने टारगेट को नष्ट करके रहता है।
स्पाइक का इस्तेमाल टैंक और बख्तरबंद वाहनों के साथ ही घर या सुरंग जैसे जगह को नष्ट करने के लिए भी किया जा सकता है। यह चलते फिरते टारगेट का पीछा कर उसे खत्म करता है।
Spike SR को सिर्फ छह सेकंड में फायर किया जा सकता है। सैनिक लॉन्चर के ऑप्टिकल सिस्टम से निशाना लगाता है और मिसाइल फायर कर देता है। इसके बाद टारगेट का बचना लगभग नामुमकिन होता है।
स्पाइक एसआर मिसाइल और उसके लॉन्चर का वजन 10 किलो है। इसे एक सैनिक आसानी से अपने कंधे पर रखकर फायर कर सकता है। इससे 50 मीटर से दो किलोमीटर दूर तक हमला किया जा सकता है।
गाजा पट्टी जैसे इलाके में स्पाइक एसआर मिसाइल बेहद कारगर हथियार है। यह सटीक निशाना लगाता है। इससे आतंकियों के ठिकाने पर सटीक हमला किया जा सकता है। इससे आम लोगों को कम नुकसान होगा।
Spike LR2 मिसाइल Spike SR से अधिक वजनी है। इसे ट्राइपॉड या वाहनों पर लगे लॉन्चर से फायर किया जाता है। इसका रेंज 5.5 km है। इसे टैंक से लेकर हेलिकॉप्टर तक से फायर किया जा सकता है।