इजराइली वेबसाइट द यरुशलम पोस्ट ने सोमवार का दावा- हमास लीडर याह्या सिनवार मरा नहीं है, वह जिंदा है। उसने कतर से गुपचुप तरीके से संपर्क किया है। हालांकि, कतर ने इससे इनकार किया है।
इजराइली मिलिट्री इंटेलिजेंस ने कुछ समय पहले ही दावा किया था कि सिनवार की मौत हुई है। IDF ने बताया था कि 21 सितंबर को गाजा में एक स्कूल पर हमले में वह ढेर हो गया था।
इजराइली मीडिया हारेट्ज के अनुसार, जराइल ने पिछले कुछ समय में गाजा में उन सुरंगों पर अटैक किए जहां सिनवार को छुपे होने के आसार थे लेकिन उसकी मौत का कोई सुराग नहीं मिला है।
पहली बार नहीं जब सिनवार अचानक से गायब होकर वापस नहीं आया है। पहले भी कई बार वह कुछ समय के लिए गायब रहने के बाद सीजफायर डील या किसी तरह से वापस लौटा है।
इजराइल के अटैक में हमास की टॉप लीडरशिप का सफाया हो चुका है। इसमें सिर्फ सिनवार के बचे होने की ही खबरें थी। लिहाजा अब इजराइल का पूरा फोकस सिनवार को ढूंढकर उसे मारने पर बना है।
याह्या सिनवार का जन्म गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में खान यूनिस के शरणार्थी कैंप में हुआ था। दो इजरायली सैनिकों और 4 फिलिस्तीनियों के अपहरण-हत्या में 22 साल जेल में रह चुका है।
सिनवार कई निर्मम हत्याएं की हैं। उसके करीबी भी उससे खौफ में रहते हैं। उसे क्रूर माना जाता है। उसे खान यूनिस का कसाई कहा जाता है। कोई भी उसकी बात टालने की हिम्मत नहीं करता है
सिनवार लोगों को कंट्रोल कर सकता है, वह अच्छा वक्ता बिल्कुल भी नहीं है। 2014 में उसे मृत बताया गया था लेकिन कुछ समय बाद पता चला कि वह जिंदा है। उसे भी ईरान का करीबी माना जाता है।