इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका-फ्रांस के 21 दिनों के सीजफायद प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। उन्होंने अपनी सेना को लेबनान में दमखम से बढ़ने का आदेश दिया है।
1 करोड़ से कम आबादी वाला इजराइल लगातार दुश्मनों से जंग लड़ रहा है। हमास के बाद अब हिजबुल्लाह का दिमाग ठिकाने पर लगा रहा है। उसने भी अटैक झेले लेकिन कभी टूटा नहीं।
इजराइल हर जंग में अपने दुश्मनों को तबाह कर देता है। खुद पर हुए अटैक का एक-एक हिसाब चुकाता है लेकिन कभी भी उसका हौसला नहीं टूटता है और ना ही उसके आर्थिक हालात बिगड़ते हैं।
डायमंड एक्सपोर्ट का कारोबार इजराइल की रीढ़ है, जो उसे कमाकर देता है। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग, ऑयल, माइनिंग, हथियार और लेबर फोर्स उसकी ताकत हैं और खूब कमाई कराते हैं।
इजराइल में दुनिया की सबसे बड़ी डायमंड कटिंग-पॉलिशिंग इंडस्ट्री है, जो इसकी कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा है। यह इतनी बड़ी रकम होती है कि जंग के बावजूद देश मजबूती से खड़ा रहता है।
इजराइल पॉलिश हीरों को अमेरिका, चीन, आयरलैंड और ब्रिटेन को बेचता है। कच्चे हीरे के उत्पादन का करीब एक-तिहाई हिस्सा इजराइल डायमंड एक्सचेंज में आयात होता है, जो इसकी ताकत है।
इजराइल अपनी जीडीपी का करीब 40% कमाई चीजों को एक्सपोर्ट करके कमाता है। इसमें डायमंड का हिस्सा करीब 25% है। साल 2020 में हीरों का निर्यात कर करीब 7.5 अरब डॉलर कमाए थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल सिर्फ डायमंड इंडस्ट्री से 6,693 करोड़ रुपए सालाना की कमाई करता है। लाखों युवाओं को रोजगार मिला है। इसी वजह से उसे कभी भी आर्थिक समस्याएं नहीं आती हैं।