चीन से गलबहियां कर भारत को आंखे दिखाना मालदीव को महंगा पड़ता दिख रहा है। मुइज्जू सरकार के आने के बाद देश की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हुई है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने मालदीव को लेकर चेतावनी दी है कि आनेवाले समय में उसकी माली हालत और ज्यादा खराब होनेवाली है।
दरअसल, कोविड महामारी में आई मंदी से उबरने की कोशिश कर रहे मालदीव ने चीन जैसे देशों से भारी कर्ज ले रखा है। इस कर्ज को चुकाने के लिए उसके पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है।
IMF से जुड़ी एक टीम ने हाल ही में मालदीव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि देश को लेकर जो पूर्व अनुमान लगाए गए थे, वो काफी जोखिम में दिख रहे हैं।
इसके अलावा मालदीव में पिछले कुछ साल से टूरिज्म सेक्टर में भी कमजोरी आई है। साथ ही चालू खाता घाटा बढ़ने और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के चलते हालात काफी खराब हैं।
दरअसल, जनवरी 2024 में पीएम मोदी ने लक्षद्वीप का दौर किया था, जिसके बाद मालदीव के कुछ मंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर मालदीव का Boycott हुआ था।
मालदीव का बायकॉट करने से वहां के टूरिज्म को भारी नुकसान पहुंचा। बाद में वहां के टूरिस्ट मिनिस्टर ने अपनी गलती मानते हुए भारत से दोबारा संबंध सुधारने की गुहार लगाई।
मालदीव की मुइज्जू सरकार ने अपने देश में मौजूद भारतीय सेना को देश छोड़ने के लिए भी कहा था, जिसके बाद 11 मार्च और 9 अप्रैल 2024 को भारतीय सैनिकों ने मालदीव छोड़ दिया था।