7 अक्टूबर से शुरू इस जंग में अब तक 5 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। इनमें 1400 से ज्यादा इजरायली भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में भी 3,500 से ज्यादा जानें गई हैं।
गाजा पट्टी में हालात बद से बदतर हैं। पानी करीब-करीब खत्म हो गया है। अस्पताल इलाज करने लायक नहीं बचे हैं। हर तरह लाशें और मलबे बिखरे हैं। मलबों के बीच लोग अपनों को खोज रहे हैं।
वेस्ट बैंक में गुरुवार को इजराइली सेना और फलस्तीनियों के बीच उस वक्त टकराव हुआ, जब इजराइली सैनिक हमास के संदिग्ध आतंकियों को पकड़ने पहुंचे थे। तभी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया।
द टाइम्स ऑफ इजरायलकी के मुताबिक, गुरुवार को हमास सह संस्थापक अब्देल अजीज अल-रंतीसी की विधवा और हमास की इकलौती महिला लीडर जमीला अल शांति मार दी गई है।
मंगलवार को गाजा के अल-अहली अस्पताल में हुए विस्फोट के बाद हमास और इजराइल एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। इस बीच इजराइली सेना ने अस्पताल के शवों पर सवाल उठाए हैं।
इस जंग के बीच गाजा के लोगों के लिए एक राहत की खबर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति से बातचीत के बाद मिस्र मानवता दिखाते हुए राफा बॉर्डर खोलने को तैयार हो गया है।
गाजा अस्पताल पर हमले के विरोध में अरब देशों और मुस्लिम देशों में दुनियाभर में रैलियां निकालकर इजराइल को हमले का गुनहगार बताया। लेबनान के बेरूत में खूब विरोध-प्रदर्शन हुए।
दुनियाभर के देश इजराइल और हमास का अलग-अलग समर्थन कर रहे हैं। हालांकि, युद्ध कब तक चलेगा, इसको लेकर हर कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है।