इजराइल ने ईरान के 1 अक्टूबर वाले हमले का जवाब देते हुए 26 अक्टूबर को राजधानी तेहरान समेत कई शहरों पर ताबड़तोड़ हमले किए।
इजराइल के हमले में ईरान के कई हथियार डिपो और सैन्य साजो-सामान को भारी नुकसान पहुंचा है।
इसके साथ ही इजराइली हमले में ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को भारी नुकसान पहुंचा है।
ईरान पर हमले के बाद से ही कई मुस्लिम देश इजराइल पर भड़के हुए हैं। उन्होंने इजराइल की निंदा करते हुए इस हमले को गलत बताया है।
मलेशिया का कहना है कि इजराइल ने अंतरराष्ट्रीय कानून को खुलेआम तोड़ा है। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
वहीं, सऊदी अरब ने इजराइली हमले की निंदा करते हुए कहा- ये हमला ईरान की संप्रभुता को चुनौती है। इससे मिडिल-ईस्ट में युद्ध के भड़कने की संभावना और बढ़ गई है।
पाकिस्तान ने इजराइली हमले को लेकर कहा- अब मिडिल-ईस्ट में युद्ध विकराल रूप लेता है तो इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ इजराइल होगा।
बता दें कि इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान समेत खुजेस्तान और इलम शहरों पर हमले किए। इस हमले में अब तक 4 सैनिकों की मौत हो गई। मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।