राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के बाद अमेरिका में दक्षिण कोरिया से शुरू हुए 4बी आंदोलन की चर्चा तेज हो गई है।
महिलाओं ने X पर लिखा कि अमेरिकी महिलाओं को लगता है कि कोरिया के 4बी आंदोलन से प्रभावित होने का समय आ गया है। अब हम पुरुषों को अपने शरीर तक पहुंचने नहीं देंगे।
4B आंदोलन की शुरुआत 2019 में दक्षिण कोरिया से हुई है। इसके चार शब्दों की शुरुआत कोरियाई शब्द "बी" से होती है। इसका अंग्रेजी में मतलब "नहीं" होता है।
ये चार शब्द हैं। बिहोन: विवाह नहीं, बिचुलसन: बच्चे नहीं, बियोनाए: डेटिंग नहीं, बिसेकसु: सेक्स नहीं। 4B आंदोलन के समर्थक शादी और सेक्स नहीं करते।
4B आंदोलन के समर्थक विवाह को महिलाओं के लिए खतरे के रूप में देखते हैं। दक्षिण कोरियाई महिलाएं पुरुषों की तुलना में 31% कम कमाती हैं।
अमेरिका में भी लैंगिक वेतन अंतर है। औसत अमेरिकी महिलाएं पुरुषों की कमाई के हर डॉलर के लिए 82 सेंट कमाती हैं। गर्भपात निषेध कानून से इस आंदोलन को हवा मिली है।
अमेरिका में 4B आंदोलन महिलाओं के लिए ट्रंप के गर्भपात विरोधी विचारों को चुनौती देने और अपने प्रजनन अधिकारों की मांग करने का तरीका बन गया है।
भारत में अकेले रहने वाली महिलाओं की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हालांकि भारत की सांस्कृतिक और पारिवारिक अपेक्षाएं 4B आंदोलन को बहुत बढ़ने से रोकती हैं।