पाकिस्तान के क्वेटा में रेलवे स्टेशन पर बड़ा बम धमाका हुआ है। आतंकी हमले में करीब 20 लोगों की मौत हुई है।
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने रेलवे स्टेशम पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने ट्रेन में यात्रा कर रहे सैन्य कर्मियों को निशाना बनाया है।
पाकिस्तान में ऐसे हमले आम बात हो गए हैं। अशांत क्षेत्रों में विभिन्न आतंकी संगठन ऐसे हमलों को अंजाम देकर अपनी ताकत का अहसास कराते रहते हैं।
पाकिस्तान में एक्टिव आतंकवादी समूह शरिया कानून की सख्ती से लागू करना चाहता है। इस संगठन ने सुरक्षा बलों और नागरिकों के खिलाफ कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।
भारत के खिलाफ हमलों में शामिल रहने वाला ये संगठन का एक धड़ा अपनी हमलों की प्रेक्टिस पाकिस्तान में भी करता रहता है। ये पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को भी निशाना बनाता रहता है।
पाकिस्तान में पला-बढ़ा जैश-ए-मोहम्मद भारत के जम्मू -कश्मीर को अस्थिर करने के लिए इस इलाके में हमले करता रहता है।
अलगाववादी संगठन बलूच लोगों को स्वतंत्र करने की मांग करता रहा है। बलूच लिबरेशन आर्मी बलूचिस्तान में पाकिस्तानी राज्य संस्थानों के खिलाफ हमले करता रहता है।
ISIS का अफगान सहयोगी इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत पाकिस्तान में एक्टिव है। ये हाई-प्रोफाइल हमलों के लिए जाना जाता है। अल्पसंख्यकऔर सुरक्षा बलों को निशाना बनाता रहा है।
पाकिस्तान में शिया समूहों के खिलाफ मुखर रहा सिपाह-ए-सहाबा संगठन सांप्रदायिक हिंसा में शामिल रहता है।
पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी ने कश्मीर में हमलों के लिए हिजबुल मुजाहिदीन को खड़ा किया है। अब यही समूह पाकिस्तान के भीतर हमलों में भी शामिल रहा है।
अफगानिस्तान का आतंकी संगठन ने अपनी जड़े पाकिस्तान में जमा ली हैं। ये अक्सर हमलों को अंजाम देने के लिए लोकल आतंकियों फंड मुहैया करता है।
सांप्रदायिक आतंकवादी संगठन पाकिस्तान में शिया मुसलमानों को निशाना बनाता है। इसमें कई बम विस्फोटों और हत्याओं की जिम्मेदारी ली है।
टीटीपी के कई आतंकियों ने अपने अलग-अलग गुट बना लिए हैं, जो गुरिल्ला युद्ध के जरिए हमले करते हैं। पैसों के लिए किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं।
पाकिस्तान के अंदर कई आतंकवादी संगठनों लगातार हमले कर रहे हैं। दरअसल इस मुस्लिम देश ने भारत के खिलाफ इन्हें पाला पोसा था, जो अब उसे ही डस रहे हैं। ( सभी फोटो प्रतीकात्मक हैं)