ईरान-इजराइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दरअसल, ईरान ने 13 अप्रैल की रात इजराइल पर 300 मिसाइलों और ड्रोन से हमला कर दमिश्क में मारे गए अपने कमांडरों का बदला लिया।
इसके बाद से इजराइल भड़का हुआ है और वो किसी भी वक्त ईरान पर हमला कर सकता है। हमले की रणनीति के लिए इजराइल में वॉर कैबिनेट की बैठक भी हुई है।
इस बैठक में फैसला किया गया है कि ईरान को जरूर जवाब दिया जाएगा। हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि हमला कब और कैसे किया जाएगा।
इजराइल में विपक्षी पार्टी के नेता और कैबिनेट मेंबर बेनी गांट्ज ने सुझाव दिया कि ईरान पर हमला होना ही चाहिए। लेकिन हमला ऐसा हो, जिसमें लोगों की जान न जाए।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इजराइल ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है। इनमें नतांज, अराक, फोरहदो, इस्फहान और बुस्हर जैसे परमाणु ठिकानों पर इजराइल की नजरें हैं।
इजरायल की तरफ से हमले का अंदेशा होने की वजह से अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) अलर्ट पर है। महानिदेशक राफेल ग्रोसी ने कहा कि वो परमाणु ठिकानों पर हमले को लेकर चिंतित हैं।
इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दान ने भी साफ कहा है कि ईरान ने वो हरकत की है, जिसका जवाब इजराइल जरूर देगा। हम सिर्फ हो-हल्ला करने वालों में नहीं बल्कि एक्शन लेने वालों में से हैं।
ईरान ने 13 अप्रैल की देर रात इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। इस हमले के साथ ही इजराइल ने एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया था, जिससे उसे कोई नुकसान नहीं हुआ।