पाकिस्तानी सेना ने कुछ दिनों पहले अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान (TTP) पर हमला किया था, जिसमें 46 लोग मारे गए थे। इसके बाद टीटीपी ने भी पलटवार किया है।
TTP ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उसने पाकिस्तानी सेना की एक चौकी पर कब्जा कर लिया है।
टीटीपी आतंकियों ने वीडियो में बताया है कि कैसे उनके हमले से डरकर पाकिस्तानी सैनिक चौकी छोड़कर भाग गए।
तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना की जिस चेकपोस्ट पर कब्जा जमाया है, वो बाजौर जिले के सलारजई तहसील में स्थित है।
तहरीक-ए-तालिबान ने इस चौकी से पाकिस्तान का झंडा हटाकर अपना झडा लगा दिया है। वहीं, पाकिस्तान ने इसे घुसपैठ बताते हुए कहा कि इसमें अफगानिस्तान की तालिबानी सेना का भी हाथ है।
पाकिस्तान ने कहा- अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार TTP आतंकियों को पाल रही है और वो लगातार हमारी सेना पर हमले कर रहे हैं। इन हमलों में एक साल में 400 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं।
वहीं, तालिबान का कहना है कि पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक कर उसकी संप्रभुता को चुनौती दी है। हमने जवाबी हमला कर उसके 19 सैनिकों को ढेर कर दिया है।
2007 में बने तहरीक-ए तालिबान को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है। ये संगठन खैबर पख्तूनख्वा में पश्तून जनजातीय भूमि से पाकिस्तानी सरकार को हटाने की लड़ाई लड़ रहा है।
TTP अफ़गानिस्तान के तालिबान से अलग है, लेकिन दोनों की विचारधारा काफी हद तक मेल खाती है। इनका मकसद पाकिस्तान में शरिया पर आधारित कट्टरपन्थी इस्लामी अमीरात को लाना है।