कनाडा आकार के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। पहले नंबर पर रूस है। यहां सिर्फ 3.82 करोड़ लोग रहते हैं। झारखंड की आबादी इससे अधिक है।
कनाडा की जमीनी सीमा सिर्फ एक देश अमेरिका से लगी है। 5,523 मील लंबी यह सीमा दुनिया की सबसे लंबी सीमा है।
जॉन कैबोट 1497 में कनाडा पहुंचने वाले पहले खोजकर्ता थे। वह इटली के नागरिक थे। उन्होंने इंग्लैंड की यात्रा की और एशिया के लिए एक छोटा रास्ता खोजने की उम्मीद में कनाडा पहुंच गए।
कनाडा में बहुत अधिक ठंड पड़ती है। 1947 में कनाडा के स्नैग के युकोन में तापमान -63.0 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।
दुनिया में सबसे अधिक झीलों (कुल 879,800 झीलें) का रिकॉर्ड कनाडा के पास है। कई झीलें अनदेखे हैं। ग्लेशियरों के पिघलने के कारण इनमें लगातार बदलाव हो रहा है।
कनाडा के ट्रिविया के हडसन खाड़ी क्षेत्र में गुरुत्वाकर्षण कम है। यहां औसत व्यक्ति का वजन अन्य स्थानों की तुलना में औंस का 10वां हिस्सा कम होता है। इसका कारण पता नहीं है।
कनाडा उन 3 देशों में से एक है जो 3 महासागरों (अटलांटिक महासागर, प्रशांत महासागर और आर्कटिक महासागर) से घिरा है। रूस-ऑस्ट्रेलिया भी 3 महासागरों से घिरे हैं।
कनाडा में दुनिया की सबसे स्वच्छ हवा है। जब प्रति 100,000 लोगों पर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मौतों की संख्या मापी जाती है तो कनाडा केवल 10.7 के साथ पांचवें स्थान पर है।
कनाडा और डेनमार्क के बीच एक छोटे से बंजर आर्कटिक द्वीप के लिए 49 साल तक अनोखी जंग हुई थी। इसे व्हिस्की युद्ध के रूप में जाना जाता था।
कनाडाई सैनिक द्वीप पर एक झंडा और कनाडाई व्हिस्की की बोतलें छोड़ जाते थे। दूसरी ओर डेनमार्क के सैनिक व्हिस्की की बोतलें और झंडा हटाकर श्नैप्स और अपना झंडा लगा देते थे।