इजरायल और हमास के बीच जंग में ईरान कूदने की धमकी दे रहा है। अमेरिकी ने इरजायल के ऐसे दुश्मनों को सावधान किया है और अपने दूसरे एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस आइजनहावर को भेजा है।
यूएसएस आइजनहावर अपने युद्धपोतों के बेड़े के साथ इजरायल की ओर बढ़ रहा है। इजरायल के पास समुद्र में पहले से एक अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर USS Gerald R Ford तैनात है।
यूएसएस आइजनहावर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के साथ जुड़ जाएगा। इसके साथ ही मध्यपूर्व में अमेरिकी सैन्य मौजूदगी काफी बढ़ जाएगी।
आइजनहावर स्ट्राइक ग्रुप के साथ 8000 सैनिक रहते हैं। यह अपने साथ 4 युद्धपोत (क्रूजर यूएसएस फिलिपियन सी और डिस्ट्रॉयर यूएसएस लाबून, यूएसएस मसान व यूएसएस ग्रेवली) लेकर चलता है।
एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस आइजनहावर को परमाणु ऊर्जा से चलाया जाता है। यह 1977 से अमेरिकी नौसेना में है। इसका डिस्प्लेसमेंट 114000 टन है।
यूएसएस आइजनहावर की लंबाई 332.84 मीटर है। यह 55 km/h की रफ्तार से आगे बढ़ता है। इसपर 85-90 विमानों और हेलीकॉप्टरों को रखने की जगह है।
यूएसएस आइजनहावर पर F/A-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट तैनात किए गए हैं। यह मल्टीरोल फाइटर जेट है। इसका इस्तेमाल हवाई लड़ाई के साथ ही जमीन पर बमबारी में भी होता है।
हवाई लड़ाई के दौरान दुश्मन के विमानों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए इस एयरक्राफ्ट कैरियर के पास Grumman E-2 Hawkeye विमान है।
पानी में छिपी पनडुब्बियों के शिकार के लिए यूएसएस आइजनहावर पर Sikorsky SH-60 Seahawk हेलीकॉप्टर तैनात किया गया है। यह हेलीकॉप्टर दुश्मन के युद्धपोत पर हवाई हमला भी कर सकता है।
यूएसएस आइजनहावर पर दो वेस्टिंगहाउस A4W परमाणु रिएक्टर हैं। यह सिस्टम 260,000 शाफ्ट हॉर्स पावर पैदा करता है। इससे युद्धपोत को 55 km/h की रफ्तार मिलती है।