यहूदी, इस्लाम, ईसाई इब्राहीमी धर्म के समूह माने जाते हैं। हिब्रू बाइबल, बाइबल, कुरआन में उल्लेख है कि वे इब्राहम या अब्राहम के ईश्वर को मानते हैं। यानी तीनों एक धर्म से जुड़े हैं।
तीनों धर्मों के पवित्र धार्मिक ग्रंथों में इब्राहिम को पितामह और पैगंबर का दूत माना गया है। वे इब्राहिम को ईश्वर का संदेशवाहक मानते हैं। इब्राहीमी कोई विशेष धर्म नहीं अवधारणा है।
इजरायली यानी यहूदियों के धर्मिक बाइबल ग्रंथ तोराह में उनके पूर्वजों को इब्राहिम के पुत्र इसहाक का वंशज माना गया है। इसहाक के बेटे इब्राहम के पोते जैकब के वंशज ही यहूदी कहे जाते हैं
इब्राहम के पोते जैकब के बेटों ने ही सबसे पहले सामूहिक रूप से कनान में इजरायलियों का एक देश बनाया था। माना जाता है कि यहूदी सबसे पहले यहीं रहते थे।
ईसाईयों की पवित्र ग्रंथ बाइबल में भी इब्राहिम से यहूदियों के वंशज होने का स्पष्ट जिक्र मिलता है। ईसाई धर्म का दावा है कि ईसा मसीह इब्राहिम के ही वंशज थे।
इस्लाम के पवित्र धर्म ग्रंथ में भी इब्राहिम का उल्लेख मिलता है। माना जाता है कि मुस्लिमों के सबसे प्रमुख पैगंबर मोहम्मद इब्राहिम के बेटे इस्माएल के वंशज हागर के वंशज थे।
हिब्रू बाइबल व ईसाइयों की ओल्ड टेस्टामेंट की पहली पुस्तक जेनेसिस के अनुसार, ईश्वर ने 2000 ईसापूर्व इब्राहिम को पिता तेराह को छोड़ मेसोपोटामिया-हारान से कनान-मिस्त्र जाने को कहा था।
पुस्तक में बताया गया कि ईश्वर का कहना था कि कनान इब्राहिम और उनकी संतानों का घर होगा। आज कनान इजरायल,फिलिस्तीन, जोर्डन का कुछ हिस्सा है।