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बालाकोट वाले स्पाइस बम से हमास का साफ करेगा इजरायल, जानें क्यों है खास

इजरायल-हमास जंग 1 महीने से चल रही है। गाजा पर इजरायली हमले में 10,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। आम लोगों की मौत कम हो इसके लिए US ने इजरायल को स्पाइस बम देने का फैसला किया है।

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बालाकोट एयर स्ट्राइक में हुआ था स्पाइस बम का इस्तेमाल

स्पाइस बम का इस्तेमाल भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले के लिए किया था। अमेरिका 320 मिलियन डॉलर के हथियार सौदे के साथ आगे बढ़ रहा है। इससे इजरायल को स्पाइस बम मिलेंगे।

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सटीक हमला करता है स्पाइस बम

स्मार्ट बम को विमान की मदद से गिराया जाता है। यह बेहद सटीक हमला करता है। इससे आतंकियों के ठिकाने पर सटीक बमबारी होगी, जिससे आम लोगों की जान कम जाएगी।

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इजरायली कंपनी राफेल ने बनाया है स्पाइस बम

स्पाइस बम को इजरायली कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स ने विकसित किया है। इस बम में आईएनएस/जीपीएस नेविगेशन और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सीकर होता है।

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पुलवामा हमले के बाद भारत ने किया था स्पाइस बम इस्तेमाल

पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर को निशाना बनाने के लिए 26 फरवरी, 2019 को इन बमों का इस्तेमाल किया था।

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स्पाइस फैमिली में हैं चार तरह के बम

स्पाइस फैमिली में चार तरह के बम हैं। स्पाइस 250 बम 250 पाउंड (113.39 किलो) का है। स्पाइस 1000 बम एक हजार पाउंड (453.59 किलो) का है। दोनों का रेंज करीब 100 किलोमीटर है।

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907 किलो का है स्पाइस 2000 बम

स्पाइस 2000 बम दो हजार पाउंड (907.18 किलो) का है। इसका रेंज 60 किलोमीटर है। इंडियन एयरफोर्स ने बालाकोट एयर स्ट्राइक के लिए इसी बम का इस्तेमाल किया था।

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1360 किलो का है स्पाइस 3000 बम

स्पाइस 3000 तीन हजार पाउंड (1360.77 किलो) का बम है। 100 किलोमीटर रेंज वाला यह बम बताए गए टारगेट के 3 मीटर से भी कम अंतर की दूरी पर गिरता है।

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