रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस ने अपनी नई ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल का सफल टेस्ट किया है। इस मिसाइल को परमाणु ऊर्जा से ताकत मिलती है। अमेरिका के पास इसका जवाब नहीं है।
रूस ने ब्यूरवेस्टनिक का टेस्ट किया है। यह दुनिया का एकमात्र क्रूज मिसाइल है जिसे परमाणु ऊर्जा से ताकत मिलती है। आमतौर पर मिसाइल में ठोस या लिक्विड इंधन होता है।
ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल को जमीन से लॉन्च किया जाता है। क्रूज मिसाइल होने के चलते रडार से इसका पता लगाना कठिन होगा। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत मार्च 2018 में हुई थी।
न्यूक्लियर ऊर्जा से चलने के चलते ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल को रेंज बहुत अधिक है। पारंपरिक मिसाइल में इंधन रखने की सीमा के चलते रेंज से समझौता करना होता है।
ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल का रेंज 20 हजार किलोमीटर बताया जा रहा है। इतनी अधिक रेंज से रूस अपनी जमीन से सीधे अमेरिका पर हमला करने में सक्षम हो गया है।
ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल 50-100 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरता है। यह आम क्रूज मिसाइल से भी कम ऊंचाई पर उड़ता है। इसके चलते इसे एयर डिफेंस रडार से देख पाना कठिन है।
अमेरिकी एयरफोर्स के राष्ट्रीय वायु व अंतरिक्ष खुफिया केंद्र की 2020 की रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्यूरवेस्टनिक सेवा में आता है तो रूस के पास कहीं भी हमला करने की अनूठी क्षमता होगी।
ब्यूरवेस्टनिक मिसाइल को विकसित करने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कई टेस्ट विफल रहे। 2019 एक टेस्ट के दौरान पांच रूसी परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हुई थी।
न्यूक्लियर थ्रेट इनिशिएटिव ने कहा है कि ब्यूरवेस्टनिक जरूरत पड़ने पर कई दिनों तक हवा में उड़ता रह सकता है। यह दुनिया का चक्कर लगा सकता है। इससे कोई भी जगह सुरक्षित नहीं होगा।