मोजतबा खामेनेई को ईरान का सर्वोच्च नेता चुन लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह ने ईरान के सर्वोच्च परिषद की बैठक में मोजतबा के नाम का प्रस्ताव रखा।
ईरान की एक्सपर्ट असेंबली ने 26 सितंबर को ही नए सुप्रीम लीडर का चुनाव कर लिया था। खुद खामेनेई ने असेंबली के 60 मेंबर्स के साथ सीक्रेट तरीके से उत्तराधिकारी पर फैसला लेने को कहा था।
मोजतबा भी अपने पिता की तरह ही इस्लामिक मामलों के एक्सपर्ट हैं। वो 2009 में पहली बार तब दुनिया की नजरों में आए, जब ईरान में हो रहे विरोध प्रदर्शन को सख्ती से कुचला।
मोजतबा होसैनी खामेनेई शिया धर्मगुरू अयातुल्लाह अली खामेनेई के दूसरे बेटे हैं। मोजतबा ने 1987 से 1988 तक ईरान युद्ध में भाग लिए।
मोजतबा का जन्म 1969 में मशहद में हुआ था। मोजतबा ने ग्रैजुएशन के बाद धर्मशास्त्र की पढ़ाई की। मौलवी बनने की खातिर उन्होंने कोम में तालीम ली।
मोजतबा खामेनेई को ईरान का सुप्रीम लीडर बनाने के लिए 2 साल से तैयारियां चल रही थीं। मोजतबा भले सरकार में नहीं थे, लेकिन देश के हर जरूरी फैसलों में उनकी भागीदारी बढ़ती जा रही थी।
मोजतबा की गद्दी के बीच इस बात की अटकलें भी तेज हैं कि अयातुल्लाह अली ने आखिर अपने बड़े बेटे मुस्तफा को अपना वारिस क्यों नहीं बनाया?