इजराइल-हमास युद्ध को 150 दिन से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन जंग अब भी जारी है। दोनों तरफ से लगातार बम-गोले बरस रहे हैं।
इजरायल-हमास जंग के बीच हाल ही में केरल के रहने वाले एक भारतीय की मौत भी हुई है। बावजूद इसके युवा इजराइल जाने के लिए बेताब हैं।
इसके अलावा बीते सोमवार को लेबनान की ओर दागी गई एक एंटी-टैंक मिसाइल इजरायल के नॉर्थ बॉर्डर पर एक गार्डन में गिरी। इसकी चपेट में आने से 3 भारतीय घायल हो गए।
दरअसल, इजराइल अपने यहां काम करने वाले फिलिस्तीनियों को हटाकर भारतीयों को प्राथमिकता दे रहा है। इजराइल ने हाल ही में 90 हजार फिलिस्तीनियों के वर्क परमिट कैंसिल किए हैं।
इजराइल और भारत के बीच एक समझौता भी हुआ है, जिसके तहत इजराइल अब ज्यादा से ज्यादा भारतीय लोगों को नौकरी दे रहा है।
इजराइल में भारत की तुलना में पैसा भी ज्यादा मिलता है। इसलिए भी युवा ज्यादा से ज्यादा इजराइल जाकर नौकरी करना चाहते हैं। हालांकि, अभी वहां खतरा भी ज्यादा है।
कई भारतीय युवाओं की फैमिली नहीं चाहती की युद्ध के हालात में उनका बेटा इजराइल जाए। लेकिन ज्यादा पैसे की चाहत में लोग खतरा मोल लेने को भी तैयार हैं।
बता दें कि पिछले 5 महीने से चल रहे हमास-इजराइल जंग में अब तक 30 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, 70 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं।