मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के हालात इतने बदतर हो चुके हैं लोग खुद को जिंदा रखने और कर्ज से मुक्त करने के लिए अपनी मासूम बेटियों को बेचने का काम कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान में गरीबी इस कदर हावी हो चुकी है कि चंद पैसों की खातिर 10-12 साल की बच्चियों की शादी 40-50 साल के अधेड़ों से करा दी जा रही है।
बीबीसी की हाल ही में की गई एक स्टोरी में पाकिस्तान के बलूचिस्तान इलाके के एक 10 साल की बेटी के पिता ने बताया कि कर्ज चुकाने के लिए अपनी बेटी की शादी 40 साल के अधेड़ से करनी पड़ी
मजबूर पिता ने बताया, बेटी से शादी के बदले अधेड़ ने उसे काफी पैसे दिए। उसने बताया, मौसम के चलते खेतों में कुछ नहीं हुआ, कर्ज लेना पड़ा, चुका नहीं पाया तो बेटी निकाह के नाम पर बेचा।
बीबीसी की टीम ने कई लोगों से इसको लेकर बातचीत की, जिसमें पता चला कि कोई 13 साल की बेटी को निकाह के नाम पर बेच रहा है तो कोई 5वीं पास होते ही शादी कर दे रहा है।
बलूचिस्तान इलाके में पिछले साल काफी बारिश हुई, जिससे बाढ़ आ गया। ये इलाका मुल्क से कट गया और खेती योग्य जमीन भी बह गई। एक साल बाद हालात बदतर हो गए। खाने के लाल पड़ गए।
इलाके के पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि 2023 में कम उम्र में निकाह के केस 13 फीसदी बढ़े हैं। 2022 में एक सर्वे के अनुसार, कम उम्र में शादी से बच्चियां स्कूल नहीं जाती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 5वीं कक्षा में जाते ही बच्चियों का रोका यानी एंगेजमेंट कर दिया जाता है या फिर इतनी सी उम्र में ही उनकी शादी कर दी जाती है।