सार
चीन में एक्युपंक्चर विधि से इलाज सैकड़ों सालों से प्रचलित है। वहां से इलाज का यह तरीका दुनिया के दूसरे देशों में भी पहुंचा। यह इलाज का एक परंपरागत तरीका है, जिसमें शरीर में सुइयां चुभोई जाती हैं। लेकिन अगर एक ही सुई से कई लोगों का इलाज किया जाए तो इससे इन्फेक्शन फैल सकता है। चीन के हेनान प्रांत के कैफेंग शहर में ऐसा ही हुआ।
हटके डेस्क। दुनिया के कई देशों में इलाज के ट्रेडिशनल तरीके प्रचलित हैं। चीन में एक्युपंक्चर विधि से इलाज सैकड़ों सालों से प्रचलित है। वहां से इलाज का यह तरीका दुनिया के दूसरे देशों में भी पहुंचा। यह इलाज का एक परंपरागत तरीका है, जिसमें शरीर में सुइयां चुभोई जाती हैं। लेकिन अगर एक ही सुई से कई लोगों का इलाज किया जाए तो इससे इन्फेक्शन फैल सकता है। चीन के हेनान प्रांत के कैफेंग शहर में ऐसा ही हुआ। वहां एक डॉक्टर ने एक ही सुई से कई लोगों का इलाज किया, जिससे उनमें इन्फेक्शन फैल गया और करीब 115 लोगों की चमड़ियां सड़ गईं। यह मामला 28 नवंबर को सामने आया।
जारी किया गया हेल्थ नोटिस
इसके बारे में एक हेल्थ नोटिस जारी किया गया, जिससे पता चला कि हेनान के कैफेंग में 115 लोग स्किन अल्सर की समस्या से पीड़ित हैं, जिनका एक क्लिनिक में एक्युपंक्चर ट्रीटमेंट हुआ था। बताया जा रहा है कि जिस डॉक्टर फेन ने एक ही नीडल से सैकड़ों लोगों का इलाज किया, वह काफी प्रसिद्ध है। लोग उस पर भरोसा करते हैं। वह कोई नीम हकीम नहीं, बल्कि डिग्रीधारी लाइसेंसशुदा फिजिशियन है। वह साल 2013 से एक्युपंक्चर ट्रीटमेंट कर रहा है।
माइक्रो बैक्टीरिया से इन्फेक्टेड हो गए लोग
बार-बार एक ही सुई से इलाज किए जाने से लोग माइक्रो बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के शिकार हो गए। इससे उनकी स्किन पर रैशेज उभर आए। धीरे-धीरे उनकी स्किन में घाव होने लगे। स्किन सड़ने भी लगी। जब वे लोग डॉक्टरों के पास गए तो उन्होंने पाया कि यह माइक्रोबैक्टीरियम घाव है, जो डिसइन्फेक्टेड नीडल्स के उपयोग से होता है। खास बात यह है कि यह बैक्टीरिया मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट भी होता है। इसलिए इन्फेक्शन के शिकार लोगों के इलाज में समस्या आ रही है। इस इन्फेक्शन में किसी भी दवा का असर बहुत देर से होता है। यह इन्फेक्शन तेजी से फैलता है और दूसरे लोग भी इसके संपर्क में आने पर इस समस्या के शिकार हो सकते हैं।
लोगों की शिकायत पर हुई जांच
जब बड़ी संख्या में इस समस्या से पीड़ित लोग अपनी शिकायत लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट में आने लगे तो इसकी जांच शुरू हुई। एक शख्स ने बताया कि उसकी पत्नी हर 10 दिन पर अपने पैरों के दर्द का इलाज कराने डॉक्टर फैन के पास जाती थी। कुछ ही दिनों में उसके पैर में खुजली, जलन और सूजन की समस्या हो गई। इसके बाद उसके पैर में हर जगह घाव निकल गए। इस तरह के मरीजों की भारी संख्या है। उनका अब दूसरे अस्पतालों में इलाज हो रहा है। करीब 20 मरीजों का इलाज कर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है, बाकी लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस की गिरफ्त में है डॉक्टर फैन
इस बीच, पुलिस ने पूछताछ के लिए डॉक्टर फैन को रिमांड पर ले लिया है। उसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। अभी यह साफ नहीं है कि उस पर मामला चलाया जाएगा या नहीं, लेकिन सरकारी अधिकारियों मे उसके क्लिनिक को बंद करवा दिया है।