सार

जब नोटबंदी के बाद सरकार ने नए नोट जारी किये थे, तब कुछ समय तक कई नकली नोट ने मार्केट में लोगों को उल्लू बनाया था। लेकिन एक बार फिर त्योहारों के इस सीजन में 500 रुपए की नकली नोट मार्केट में आ गए हैं। इनसे बचने का एक ही तरीका है। वो है असली नोटों की पहचान की जानकारी होना।  

नई दिल्ली: नोटबंदी की बाद सरकार ने 2 हजार और 500 रुपए के नए नोट लॉन्च किया था। इसके बाद नकली नोट खूब सर्कुलेट हुए थे। साल 2008 में एक के बाद एक नकली नोट इस्तेमाल होने की खबर सामने आई थी। लेकिन अब दशहरा और दिवाली के मौके पर  एक बार फिर नकली नोट मार्केट में आ गया है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे आप असली नोट की पहचान कर सकते हैं। 

नोट के आगे के हिस्से की असली पहचान:


-नोट के लेफ्ट साइड एक रजिटर्ड न्यूमरल लिखा रहता है। 

-इसके ठीक नीचे उसी नंबर को इमेज में कन्वर्ट कर प्रिंट किया जाता है। 

-इसके ठीक बगल में 500 देवनागरी में लिखा जाता है। 

-साइड में बने महात्मा गांधी की तस्वीर नोट को हिलाने-डुलाने से बदलती है। 

-सिक्युरिटी के लिए बनाया गया ग्रीन स्ट्रिप हिलाने पर ब्लू दिखता है।  

-इसके बाद आता है गवर्नर का सिग्नेचर और स्टैम्प। 

-बगल की खाली जगह पर इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क होता है।  

-नीचे नंबर्स अंकित होते हैं जो लेफ्ट से राइट होते हुए बड़े होते जाते हैं।  

-ठीक नीचे लिखा 500 ग्रीन से ब्लू में बदल जाता है।  

-वहीं बगल में अशोक स्तंभ बना रहता है।  

-राइट साइड में एक गोले में 500 लिखा रहता है। 

-सबसे आखिरी छोर में 5 लकीरें बनी रहती हैं। 

 

वहीं बात अगर नोट के पिछले हिस्से की करें, तो वहां भी कुछ ऐसे निशान हैं, जो असली और नकली में फर्क करते हैं। 

-लेफ्ट साइड में नोट की छपाई का साल लिखा होता है। 

-इसके बगल में स्वच्छ भारत अभियान का लोगो बना है। 

-बीच में अलग-अलग भाषाओं का पैनल बना है। 

-वहीं ठीक बगल में लाल किला बना दिखेगा। 

-ठीक ऊपर आपको देवनागरी में 500 लिखा मिलेगा।