सार

अंतरिक्ष से धरती की तरफ एक एस्टेरॉयड जिसका नाम 'एस्टेरॉयड 2006 QQ23' रखा गया है, तेजी से बढ़ रहा है। इसके पृथ्वी से आज यानी 10 अगस्त को टकराने की संभावना जताई जा रही है। 

डेस्क: आज से पहले भी कई बार पृथ्वी के नष्ट होने की खबर सोशल मीडिया पर फैल चुकी है। लेकिन आज जो उल्कापिंड पृथ्वी से टकराने वाला है, उससे पृथ्वी को काफी नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, इस टकराव से दुनिया खत्म नहीं होगी। 

नासा के मुताबिक, 'एस्टेरॉयड 2006 QQ23' पृथ्वी पर 4.55 मिलियन माइल्स की दुरी से टकराएगी। वैसे अभी तक वैज्ञानिकों का अंदाजा है कि ये उल्कापिंड पृथ्वी के काफी करीब से होते हुए गुजर जाएगा लेकिन अगर थोड़ी सी भी चूक हुई, तो ये पृथ्वी से टकरा भी सकता है, जिससे भारी नुकसान हो जाएगा।  

कितना बड़ा है ये उल्कापिंड?
इस उल्कापिंड का साइज न्यूयॉर्क में बने एम्पायर स्टेट बिल्डिंग जितना बड़ा है। यानी ये 102 मंजिला इमारत जितना बड़ा है। अगर इतना विशाल उल्कापिंड पृथ्वी से टकराएगा, तो उस जगह के आसपास भारी तबाही मच जाएगी। 

पृथ्वी के पास कई उल्कापिंड 
नासा के अनुसार पृथ्वी के आसपास एक किलोमीटर के ऑर्बिट में 900 से अधिक उल्कापिंड घूमते हैं। ये एक खास ऑर्बिट में चक्कर लगाते हैं। जब कभी किसी डिस्टर्बेंस के कारण उनमें टकराहट होती है, तो इन उल्कापिंड के हिस्से पृथ्वी की तरफ बढ़ने लगते हैं।  

वैज्ञानिक रहते हैं सतर्क 
ये उल्कापिंड काफी तेजी से पृथ्वी की तरफ गिरता है। अगर ये आबादी वाले क्षेत्र में गिरे, तो काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए वैज्ञानिक इनपर खास नजर बनाए रखते हैं। अगर किसी उल्कापिंड के आबादी वाले क्षेत्र में गिरने के आसार नजर आते हैं, तो स्पेस में ही किसी और चीज से उसकी टक्कर करवाकर उसकी दिशा बदल दी जाती है।