सार

Thailand Unique Temple : जब भी थाईलैंड जाएं, तो ईंट-पत्थर वाले मंदिर नहीं, बल्कि बियर की बोतल से बने मंदिर में जरूर जाएं। यह मंदिर न सिर्फ भक्ति-आस्था का प्रतीक है, बल्कि दिखाता है कि क्रिएटिविटी क्या होती है और पर्यावरण संरक्षण कैसे किया जा सकता है।

Beer Bottles Temple : थाईलैंड पिछले कुछ समय से चर्चा में है। हाल ही में आए भूकंप के बाद अब BIMSTEC की बैठक हो रही है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी हिस्सा लेने पहुंचे हैं। थाईलैंड बेहद खूबसूरत देश है। यहां की कई बातें अनोखी हैं। वहां एक ऐसा मंदिर भी है, जो दुनियाभर में अपनी अनोखी बनावट के लिए मशहूर है। इस मंदिर का नाम Wat Pa Maha Chedi Kaew है। जिसे बियर बॉटल टेंपल (Beer Bottle Temple) कहा जाता है। यह मंदिर किसी सामान्य ईंट-पत्थर से नहीं, बल्कि करीब 15 लाख बियर की बोतलों से बनाया गया है।

क्या है मंदिर की कहानी 

यह अनोखा मंदिर थाईलैंड के सिसाकेट (Sisaket) प्रांत में है। यह राजधानी बैंकॉक से करीब 600 किलोमीटर दूर है। जंगलों के बीच बसा यह मंदिर अब एक बड़ा टूरिस्ट अट्रैक्शन बन चुका है। इस मंदिर की शुरुआत साल 1984 में हुई थी, जब कुछ भिक्षुओं ने खाली बियर की बोतलों को रिसाइकल करने का फैसला किया। उन्होंने बोतलों को सिर्फ सजावट के लिए नहीं, बल्कि दीवारें, छत, शौचालय, जल टंकी, मेडिटेशन रूम और यहां तक कि अंतिम संस्कार स्थल तक बनाने में इस्तेमाल किया।

बियर की बोतल से मंदिर बनाने का मकसद 

इस मंदिर को बनाने का मकसद रिसायक्लिंग और पर्यावरण संरक्षण (Environmental Protection) है। जहां एक ओर बियर की बोतलें कूड़े में फेंकी जाती हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल बेहद खूबसूरत और धार्मिक तरीके से किया गया है। यह मंदिर एक मिसाल है कि कचरा से भी आर्ट बन सकता है।

मंदिर में क्या देख सकते हैं 

मंदिर पूरा आर्किटेक्ट में हजारों हरी और भूरे रंग की बोतलें लगी हैं। बोतलों के ढक्कनों से बनाई गई मूर्तियों और डिजाइनों की कारीगरी है। एक बड़ा मुख्य प्रार्थना कक्ष, जो पूरी तरह बोतलों से बना है। मंदिर परिसर में बने छोटे स्टूप्स और आवासीय कक्ष हैं। यह मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक आर्किटेक्चरल वंडर है। यहां आने वाले टूरिस्ट इसे देखकर दंग रह जाते हैं। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो और फोटोज खूब वायरल होते रहते हैं।