सार

ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 5 साल बाद द्विपक्षीय बैठक हुई। मोदी ने सीमा पर शांति बनाए रखने पर जोर दिया।

BRICS Summit 2024: रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बुधवार को द्विपक्षीय बैठक हुई है। सीमा समझौते के बाद 5 साल में पहली बार दोनों नेताओं के बीच ऐसी बैठक हुई है।

 

 

नरेंद्र मोदी शी जिनपिंग से बोले- सीमा पर बनी रहनी चाहिए शांति

द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत में नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति से कहा, "आपसे मिलकर खुशी है। जैसा आपने कहा 5 साल बाद हमारी औपचारिक बैठक हो रही है। हमारा मानना है कि भारत और चीन के संबंधों का महत्व केवल हमारे लोगों के लिए नहीं, लेकिन वैश्विक शांति, स्थिरता और प्रगति के लिए भी हमारे संबंध बहुत अहम हैं। सीमा पर पिछले चार वर्षों में उत्पन्न हुए मुद्दों पर बनी सहमति का हम स्वागत करते हैं। सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखना हमारी प्राथमिकता रहनी चाहिए। आपसी विश्वास, आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता हमारे संबंधों का आधार बने रहना चाहिए। आज इन सभी विषयों पर बात करने का अवसर मिला है। मुझे विश्वास है कि हम खुले मन से बातचीत करेंगे और हमारी चर्चा रचनात्मक होगी।"

 

 

जिनपिंग ने मोदी से कहा-चीन-भारत सहयोग करें मजबूत

चीनी सरकारी मीडिया सीसीटीवी ने बताया कि जिनपिंग ने पीएम मोदी से कहा कि चीन और भारत को अपने सहयोग को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने कहा, "दोनों पक्षों को बातचीत और सहयोग मजबूत करना चाहिए। मतभेदों को ठीक से संभालना चाहिए। एक-दूसरे के विकास के सपनों को साकार करना चाहिए।"

गलवान सैन्य झड़प के बाद खराब हुए भारत-चीन संबंध

बता दें कि पिछले पांच साल में मोदी और शी के बीच यह पहली मुलाकात है। 2020 की शुरुआत में चीनी सेना ने लद्दाख के गलवान में घुसपैठ किया था। इसके चलते दोनों देशों के जवानों के बीच झड़प हुई थी। इसके बाद भारत-चीन संबंध 1962 के बाद से सबसे खराब स्थिति में आ गए। मोदी और शी की मुलाकात लद्दाख में तैनात सैनिकों की वापसी और गतिरोध शुरू होने से पहले की तरह गश्त फिर से शुरू करने के संबंध में समझौते पर पहुंचने के बाद हुई है।

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