सार
वाशिंगटन। अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) 13 नवंबर को पहली बार व्हाइट हाउस जाएंगे। वह वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक करेंगे। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने शनिवार को इसकी घोषणा की। ट्रम्प और बाइडेन बुधवार को सुबह 11 बजे ओवल ऑफिस में बातचीत करेंगे। ट्रम्प की संक्रमण टीम ने व्हाइट हाउस द्वारा की गई घोषणा पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
शांतिपूर्ण तरीके से होगा सत्ता हस्तांतरण
बता दें कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा। वह किसी तरह की बाधा नहीं डालेंगे। 20 जनवरी 2025 को अमेरिकी कांग्रेस द्वारा चुनाव परिणामों को प्रमाणित करने के बाद ट्रम्प राष्ट्रपति का पदभार संभालेंगे।
बैठक की घोषणा व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने बयान जारी कर की। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद जीतने वाले प्रत्याशी के साथ वर्तमान राष्ट्रपति की बैठक होने का रिवाज है। इससे सत्ता हस्तांतरण में सुविधा होती है। 2016 के चुनाव में ट्रम्प को जीत मिली थी। उस समय राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें बैठक के लिए व्हाइट हाउस बुलाया था। 2020 के चुनाव में ट्रम्प हार गए तो उन्होंने नए चुने गए राष्ट्रपति जो बाइडेन को बैठक के लिए नहीं बुलाया था।
सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के लिए प्रतिबद्ध है बाइडेन प्रशासन
वर्तमान प्रशासन सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के लिए प्रतिबद्ध है। कमला हैरिस और जो बाइडेन दोनों ने चुनाव परिणामों के बाद अपने-अपने भाषणों में इसका जिक्र किया है। गुरुवार को बाइडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि वह 'राष्ट्रपति के रूप में अपना कर्तव्य' निभाएंगे और नए चुने गए रिपब्लिकन नेता को सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे।
हैरिस ने कहा, "आज सुबह मैंने राष्ट्रपति चुने गए ट्रंप से बात की। उन्हें उनकी जीत पर बधाई दी। मैंने उनसे यह भी कहा कि हम उन्हें और उनकी टीम को बदलाव में मदद करेंगे। हम सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में शामिल होंगे।" गौरतलब है कि 2020 में बाइडेन के जीतने के बाद ट्रम्प प्रशासन ने जानबूझकर नव निर्वाचित बाइडेन प्रशासन को सत्ता संभालने से रोका था। इसके चलते 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल में दंगे हुए थे।