सार

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran khan) को अटक जेल में रखा गया है। उन्हें जेल के वीवीआईपी सेल में कैद किया गया है। इसमें AC नहीं है। इमरान को पंखा, बेड और बाथरूम की सुविधा मिलेगी।

इस्लामाबाद। तोशाखाना केस (Toshakhana case) में तीन साल की सजा मिलने के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया। उन्हें जिला जेल अटक (Attock jail ) में रखा गया है। यह जेल उनका नया पता बन गया है। इमरान अटक जेल में बंद होने वाले पहले पूर्व प्रधानमंत्री बन गए हैं।

शनिवार को इमरान खान को लौहार पुलिस ने उनके घर जमान पार्क से गिरफ्तार किया और कड़ी सुरक्षा में जेल पहुंचाया। जेल की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सुरक्षा कर्मियों ने घेर में ले लिया था। अटक पुलिस को निर्देश मिलते ही जेल के चारों ओर पुलिस और एलीट फोर्स की भारी तैनाती कर दी गई थी।

पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन की रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान को अटक जेल के VVIP सेल में रखा गया है। इसके लिए सेल को खासतौर पर तैयार किया गया। लग्जरी लाइफ जीने वाले इमरान खान के लिए जेल की सजा काटना बेहद मुश्किल होने वाला है। जेल में उन्हें नर्म गद्देदार बिस्तर तो छोड़िए एसी तक नहीं मिलने वाला है। उन्हें जिस सेल में रखा गया है उसमें पंखा लगा है। इसके साथ ही एक बिस्तर और बाथरूम है।

अटक जेल में बंद होने वाले पहले पूर्व पीएम हैं इमरान खान

इमरान खान पाकिस्तान के पहले पू्र्व पीएम हैं जिन्हें अटक जेल में कैद किया गया है। पूर्व पीएम नवाज शरीफ को 1999 में 10 साल के निर्वासन पर जेद्दाह भेजने से पहले अटक फोर्ट में रखा गया था। अटक जेल और अटक फोर्ट दो अलग-अलग जेल हैं। दोनों एक दूसरे से करीब 20 किलोमीटर दूर हैं।

मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में बना था अटक फोर्ट

अटक खुर्द में किला का निर्माण 1581-83 में मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल के दौरान ख्वाजा शम्सुद्दीन खवाफी की देखरेख में किया गया था। इसे नदी के मार्ग की सुरक्षा के लिए बनाया गया था। यह किला केपी प्रांत की सीमा से लगे सिंधु नदी के तट पर स्थित है। किले का प्रवेश द्वार रावलपिंडी-पेशावर जीटी रोड की तरफ से है।

अंग्रेजों ने कराया था अटक जेल का निर्माण

दूसरी ओर, अटक जेल रावलपिंडी-पेशावर रेलवे ट्रैक के किनारे शहर के मध्य में स्थित है। इसका निर्माण ब्रिटिश शासकों ने 1905-06 में कराया था। यह 67 एकड़ में फैला है। ब्रिटिश शासकों ने जेल का इस्तेमाल ज्यादातर विद्रोह में शामिल लोगों को हिरासत में रखने के लिए किया था। अब इसे पाकिस्तान की उच्च सुरक्षा वाली जेल माना जाता है। यहां आम तौर पर कठोर विचाराधीन कैदियों को रखा जाता है।

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शहबाज शरीफ को किया गया था अटक जेल में बंद

पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ को 1999 में अटक जेल में कैद किया गया था। उन्हें एमआई-8 हेलीकॉप्टर रिश्वत मामले में कोर्ट द्वारा सजा सुनाया गया था। नवाज शरीफ के बेटे हुसैन नवाज, पूर्व मुख्यमंत्री केपी सरदार महताब अहमद खान, पूर्व संचार मंत्री आजम खान और एमक्यूएम नेता डॉ फारूक सत्तार भी इस जेल में कैद हुए थे।