सार
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ता जा रहा है। ईरान ने मंगलवार शाम इराक में 3 अमेरिकी सैन्य कैंपों को निशाना बनाया। साथ ही धमकी दी है कि अगर अमेरिका जवाबी कार्रवाई करता है तो वे US में घुसकर हमला करेंगे।
वॉशिंगटन. ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य बेस कैम्प को निशाना बनाने के बाद पूरे विश्व में हलचल तेज हो गई है। भारत,अमेरिका, चीन, मलेशिया समेत तमाम देशों ने एहतियातन अपने यात्री विमानों को ईरान, इराक और गल्फ देशों के हवाई क्षेत्र को इस्तेमाल ना करने के लिए कहा है।
उधर, भारत ने भी अपने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर नागरिकों से ईरान और इराक की गैर जरूरी यात्रा रोकने को कहा है। साथ ही इराक में रह रहे भारतीयों को भी घरों में रहने के लिए कहा गया है।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इराक के बगदाद और इरबिल में दूतावास पहले की तरह ही काम कर रहा है। इराक में रह रहे लोगों की यहां से हर मदद की जाएगी।
जानिए 10 बड़े अपडेट्स
1- 7 जनवरी को शाम 5.50 बजे (स्थानीय समय) पर ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य बेस कैम्प को निशाना बनाया।
2- इस दौरान ईरान ने एक दर्जन से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। बताया जा रहा है कि ईरान ने तीन बेस कैंपों को निशाना बनाया। अभी तक किसी नुकसान की खबर नहीं।
3- बताया जा रहा है कि ईरान ने पहले अमेरिकी बेस कैंप पर हमला किया, इसके बाद अपने जनरल कासिम सुलेमानी का अंतिम संस्कार किया।
4- अमेरिका ने इराक, गल्फ देशों और ईरान के ऊपर से गुजरने वाले नागरिक विमानों पर रोक लगा दी है।
5- ईरान ने अमेरिकी बलों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी है।
6- इराक के आसमान में लड़ाकू विमानों की आवाजाही तेज हो गई है।
7- ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान जो भी कार्रवाई की है वह यूएन के चार्टर के मुताबिक की है। यह कार्रवाई अपने बचाव में की गई है।
8- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, ऑल इज वेल (सब ठीक है)। ईरान की तरफ से दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। अभी नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। अभी तक सब ठीक है। हमारी सेना दुनिया में सबसे मजबूत है। इस मामले में सुबह बयान जारी करूंगा।
9- अमेरिका पर हमले के बाद ईरान ने कहा कि हमारे क्षेत्र से नर्क को बाहर निकालो।
10- अमेरिका द्वारा इराक में ड्रोन हमले में गुरुवार को ईरान के टॉप कमांडर कसीम सुलेमानी की मौत हो गई थी। इस हमले में 3 अन्य अफसरों समेत 8 लोग मारे गए थे।