सार

अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में रोजक मुकाबला चल रहा है। वहीं, भारतीय मूल की कमला हैरिस नया इतिहास लिखने जा रही हैं। अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति चुने जाने के साथ ही कमला हैरिस उप राष्ट्रपति बन जाएंगी। वे अमेरिका में पहली महिला होंगी जो इस पद पर पहुंचेंगी।

वॉशिंगटन. अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में रोजक मुकाबला चल रहा है। वहीं, भारतीय मूल की कमला हैरिस नया इतिहास लिखने जा रही हैं। अमेरिका में जो बाइडेन के राष्ट्रपति चुने जाने के साथ ही कमला हैरिस उप राष्ट्रपति बन जाएंगी। वे अमेरिका में पहली महिला होंगी जो इस पद पर पहुंचेंगी। साथ ही वे उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी महिला होंगी। 

कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं। उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी ने उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। बाइडेन उन्हें बहादुर योद्धा भी बना चुके हैं। अमेरिका के इतिहास में दो बार किसी महिला को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। 2008 में रिपब्लिकन पार्टी ने सारा पॉलिन को और 1984 में डेमोक्रेटिक ने गिरालडिन फेरारो को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन दोनों ही चुनाव हार गई थीं।

हैरिस की मां थीं भारतीय
हैरिस की मां भारतीय और पिता अफ्रीकी हैं। हैरिस कैलिफोर्निया की सीनेटर हैं। कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन चेन्नई की रहने वाली थीं। श्यामला का निधन 2009 में हो गया था, वे कैंसर पर शोध कर रही थीं। वहीं, उनके पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के रहने वाले थे। कमला और उनकी बहन माया के जन्म के बाद उनके माता पिता अलग हो गए थे।


कमला हैरिस।

कौन हैं कमला हैरिस?
कमला हैरिस ऑकलैंड में पली बढ़ीं। हावर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक करने के बाद उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की। हैरिस सैन फ्रांसिस्को में जिला अटॉर्नी भी रह चुकी हैं। इससे पहले उन्होंने वकालत भी की।

कमला 2017 में सांसद बनीं। वे सांसद बनने वाली दूसरी अश्वेत महिला थीं। सीनेटर के तौर पर वे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की विरोधी भी मानी जाती हैं। हालांकि, विदेश नीति पर उन्होंने ट्रम्प का समर्थन भी किया है।

कभी बाइडेन को टक्कर दे रही थीं कमला
कमला हैरिस ने 2019 में राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों की दौड़ में थीं। लेकिन जो बाइडेन इसमें आगे निकल गए। अब बाइडेन ने उन्हें उप-राष्ट्रपति पद के लिए अपना साथी चुना है।

कमला हैरिस को उम्मीदवार बनाए जाने पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और स्पीकर नैंसी पेलोसी ने खुशी जाहिर की है और उन्हें समर्थन दिया था।