सार

अब जांच अधिकारी उन गिने चुने लोगों की लिस्ट पर सबसे पहले फोकस कर रहे हैं जिनको वॉल्ट के नकदी के बारे में जानकारी थी और इंटरनल मैटर के बारे में जानते थे।

US big theft and FBI investigation: लॉस एंजिल्स शहर के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी को ईस्टर संडे को चोरों ने इतनी सटीकता से अंजाम दिया कि किसी को भनक तक नहीं लगी। करीब 48 घंटे तक मनी स्टोरेज फैसिलिटी में हुई सेंधमारी को कोई समझ तक नहीं पाया था। ईस्टर संडे को चोरों ने बड़ी सफाई से शहर के सबसे बड़े कैश वॉल्ट से करीब 30 मिलियन डॉलर को चुरा लिया। यह घटना सिल्मर के गार्डावर्ल्ड फैसिलिटी की है। डकैती जहां हुई वहां कई क्षेत्रों के बिजनेस का धन एकत्र होता है। इस डकैती का पर्दाफाश करने के लिए अब अमेरिका के फेडरल इन्वेस्टिंगेटिंग ब्यूरो (एफबीआई) और लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग (एलएपीडी) संयुक्त जांच शुरू कर दी है।

चोर आराम से पहुंच गए और सिक्योरिटी अलार्म तक नहीं बजा

सीबीएस न्यूज के अनुसार, चोर इमारत के अति सुरक्षित वॉल्ट तक पहुंच गए। वह तिजोरी में सेंधमारी तक कर दिए लेकिन सिक्योरिटी अलार्म तक नहीं बजा। अधिकारियों ने कहा कि बहुत कम लोगों को सुविधा में रखे गए नकदी के बारे में पता होगा। अब जांच अधिकारी उन गिने चुने लोगों की लिस्ट पर सबसे पहले फोकस कर रहे हैं जिनको वॉल्ट के नकदी के बारे में जानकारी थी और इंटरनल मैटर के बारे में जानते थे।

हालांकि, दोनों जांच एजेंसियों को अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सकी है न ही पूछताछ के दौरान अधिकारी किसी नतीजे तक पहुंचने में सक्षम हुए हैं। वैसे, अधिकारी इस दिशा में काम कर रहे हैं कि क्या यह अंदरूनी साजिश का नतीजा था? अगर ऐसा है तो क्या सिर्फ एक व्यक्ति ही इसमें शामिल था या पूरा ग्रुप इसमें शामिल रहा।

इसके पहले भी कई बड़ी डकैतियां हुई

अमेरिका के लॉस एंजिल्स में इस बार से पहले इतनी बड़ी रकम पर डाका कभी नहीं पड़ा था। पूर्व में लॉस एंजिल्स में सबसे बड़ी कैश डकैती 12 सितंबर 1997 में हुई थी। मेटो स्ट्रीट पर डनबर आर्मर्ड फैसिलिटी की पूर्व साइट से 18.9 मिलियन डॉलर की डकैती हुई थी। इस मामले में संदिग्धों को पुलिस ने अरेस्ट किया था। 2022 में द ग्रेपवाइन हाईवे के एक स्टॉप पर एक ट्रक से लगभग 100 मिलियन डॉलर के गहने चोरी हो गए थे। यह मामला आज तक नहीं सुलझ सका।

यह भी पढ़ें:

चीन के लद्दाख पर कब्जा को उजागर करने के लिए सोनम वांगचुक के पशमीना मार्च पर प्रशासन का शिकंजा, निषेधाज्ञा लागू