सार
नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) के गवर्नर चिंरजीवी नेपाल और नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से एक सौ, एक हजार और 2500 नेपाली रुपये मूल्य के सिक्के जारी किए।
काठमांडू (Kathmandu). गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर नेपाल ने तीन स्मृति सिक्के जारी किए। कहा जाता है कि गुरुनानक देव ने करीब पांच सौ साल पहले काठमांडू के बाहरी क्षेत्र के बालाजू इलाके का दौरा किया था। नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) के गवर्नर चिंरजीवी नेपाल और नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से एक सौ, एक हजार और 2500 नेपाली रुपये मूल्य के सिक्के जारी किए।
नेपाल और सिख धर्म के गहरे संपर्कों को दर्शाता है यह कदम
इंडियाइननेपाल ने एक ट्वीट में कहा कि गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर काठमांडू के होटल अलोफ्ट में "सिख हेरिटेज ऑफ नेपाल" नामक एक किताब का भी विमोचन किया गया। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि नेपाल के केंद्रीय बैंक द्वारा गुरु नानक के नाम पर सिक्कों को जारी करना नेपाल में गहरे सिख संपर्कों को दिखाता है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में नेपाल के सिख समुदाय के लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी शामिल हुए।
सदियों पुरानी 'सिख पाण्डुलिपियॉं' आज भी संरक्षित
भारतीय राजदूत पुरी ने इस दौरान नेपाल में सिख विरासत के महत्व को रेखांकित करते हुए व्यापक और प्रभावशाली प्रस्तुति दी। काठमांडू के पास बालाजू का नानक मठ है जहां माना जाता है कि पांच सौ साल पहले गुरु नानक देव गए थे। वहां सदियों पुरानी हस्तलिखित सिख पाण्डुलिपियों को संरक्षित किया गया है।
[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]