सार

नई खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा बिन लादेन जिंदा है और अल-कायदा का नेतृत्व कर रहा है। वह अफगानिस्तान में अड्डे से संगठन को फिर से खड़ा कर रहा है, जिससे दुनिया पर नए सिरे से खतरा मंडरा रहा है।

वर्ल्ड डेस्क। नई खुफिया रिपोर्टों से पता चला है कि आतंकी संगठन अल-कायदा (Al Qaeda) के संस्थापक ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) का 'मरा हुआ बेटा' हमजा बिन लादेन (Hamza Bin Laden) जिंदा है। वह इस संगठन का सक्रिय रूप से नेतृत्व कर रहा है। इसे फिर से खड़ा कर रहा है। इससे दुनिया पर एक बार फिर 9/11 जैसा हमला होने का खतरा मंडराने लगा है।

हमजा को "क्राउन प्रिंस ऑफ टेरर" कहा गया है। माना जा रहा है कि वह 2019 में अमेरिका द्वारा किए गए हवाई हमले में बच गया था। इन दिनों अफगानिस्तान में एक अड्डे से अल-कायदा की कमान संभाल रहा है। वह अपने कुख्यात पिता की आतंकी विरासत को आगे बढ़ा रहा है।

जलालाबाद में अधिकतर समय बिता रहा हमजा बिन लादेन

दरअसल, अमेरिकी सरकार ने दावा किया था कि हमजा बिन लादेन 2019 के एक हवाई हमले में मारा गया था। मिरर की एक रिपोर्ट से इसका खंडन हुआ है। खुफिया जानकारी के हवाले से बताया गया है कि वह जीवित है और अल-कायदा को फिर से खड़ा कर रहा है। 34 साल का हमजा पूर्वी अफगानिस्तान के जलालाबाद में अपना अधिकांश समय बिता रहा है।

खुफिया जानकारी के अनुसार हमजा के तालिबान के सीनियर नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। वे नियमित रूप से मिलते हैं। अल-कायदा और तालिबान के बीच व्यापक संबंध हैं। 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान की सत्ता पर फिर से कब्जा कर लिया। इसके बाद तालिबान ने अल कायदा को फिर से संगठित होने की अनुमति दी है।

आतंकवादी राजवंश का निर्माण कर रहा हमजा

हमजा अकेले काम नहीं कर रहा है। उनके भाई अब्दुल्ला बिन लादेन के बारे में भी बताया जाता है कि वह अल-कायदा के कमांड ढांचे में शामिल है। वह बिन लादेन आतंक विरासत को और मजबूत कर रहा है। दोनों भाइयों ने मिलकर पूरे अफगानिस्तान में दस प्रमुख अल-कायदा ट्रेनिंग कैम्प विकसित किए हैं। यहां पश्चिमी देशों में मौजूद टारगेट पर हमले करने के लिए आत्मघाती हमलावरों सहित लड़ाकों को खास ट्रेनिंग दी जा रही है।

ऐसा ही एक शिविर हेलमंद प्रांत में स्थित है। शेष शिविर कथित तौर पर गजनी, नंगरहार, कुन्नार और जबुल जैसे प्रांतों में फैले हुए हैं। यहां नए भर्ती हुए आतंकियों को पारंपरिक युद्ध से लेकर गुप्त अभियानों तक की ट्रेनिंग दी जाती है।

बढ़ता हुआ वैश्विक खतरा है अल-कायदा और तालिबान

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार हमजा के नेतृत्व में अल-कायदा का प्रभाव बढ़ रहा है। तालिबान के साथ इसके गहरे संबंध ने वैश्विक सुरक्षा के लिए नए सिरे से खतरे की आशंका पैदा कर दी है। इन प्रशिक्षण शिविरों की उपस्थिति और आईएसके के साथ सहयोग ने अफगानिस्तान को ऐसे देश में बदल दिया है जिसे कुछ विशेषज्ञ अब दुनिया का सबसे बड़ा आतंकवादी हॉट स्पॉट बताते हैं।

हमजा को शक्तिशाली हक्कानी नेटवर्क के नेता सिराजुद्दीन हक्कानी जैसे लोगों से भी मदद मिल रही है। ये हमजा को आश्रय दे रहे हैं। माना जाता है कि हमजा की चौथी पत्नी हक्कानी की बेटियों में से एक है। इससे पता चलता है कि आतंकी गुटों के बीच कितने करीबी संबंध हैं।

अलर्ट पर हैं पश्चिमी सरकारें
अमेरिका ने 2022 में ड्रोन हमले में ओसामा बिन लादेन के उत्तराधिकारी अयमान अल-जवाहिरी को मार दिया था। हमजा बिन लादेन के जिंदा होने और अल-कायदा को फिर मजबूत करने की कोशिश के चलते पश्चिमी देशों की सरकारें अलर्ट पर हैं।

अफगानिस्तान के एक बार फिर आतंकी गतिविधियों के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में काम करने से भविष्य के हमलों की आशंका बड़ी है। अल-कायदा के नेता के रूप में हमजा बिन लादेन का उदय उनके पिता के घातक मिशन को जारी रखने का प्रतीक है।