सार
कश्मीर मुद्दे पर दुनिया के सबसे बड़े मंच पर मुंह की खा चुका पाकिस्तान अब नई चाल चल रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण भेजने का फैसला किया है।
इस्लामाबाद. कश्मीर मुद्दे पर दुनिया के सबसे बड़े मंच पर मुंह की खा चुका पाकिस्तान अब नई चाल चल रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण भेजने का फैसला किया है। दरअसल, नवंबर में करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होना है। हालांकि, कांग्रेस सूत्रों ने साफ कर दिया है कि मनमोहन सिंह इस आमंत्रण को स्वीकार नहीं करेंगे।
कुरैशी ने कहा, यह कॉरिडोर एक अहम प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट से पीएम इमरान खान का खुद का जुड़ाव है। विचार के बाद पाकिस्तान सरकार ने फैसला किया है कि इस समारोह के लिए मनमोहन सिंह को निमंत्रण भेजा जाए। वे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
उन्होंने कहा, ''विदेश मंत्री होने के नाते मैं पाकिस्तान की ओर से करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्योता देता हूं। साथ ही उन्होंने सिख समुदाय को भी इसमें शामिल होने के लिए अपील की।''
करतारपुर साहब में गुरुनानक देव ने बिताए थे 18 साल
करतारपुर साहब में गुरुनानक देवजी ने 18 साल बिताए थे। करतारपुर कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर से तीन किमी दूर भारत-पाकिस्तान की सीमा से लगा है। नवंबर 2018 में दोनों देशों ने अपनी-अपनी ओर कॉरिडोर की नींव रखी थी। कॉरिडोर के अक्टूबर आखिर तक पूरे होने की उम्मीद है। इस कॉरिडोर से लाखों तीर्थयात्री गुरुनानक देवजी के स्थान तक जा सकेंगे। मौजूदा वक्त में श्रद्धालु भारत की सीमा से दूरबीन की मदद से गुरुद्वारा के दर्शन करते हैं।