सार
पाकिस्तान को मंगलवार को एक बार फिर झटका लगा है। अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने यह माना है कि पाकिस्तान अभी भी आतंकियों की मदद कर रहा है। इसी के चलते टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली एफएटीएफ पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट लिस्ट में बनाए रखेगा।
नई दिल्ली. पाकिस्तान को मंगलवार को एक बार फिर झटका लगा है। अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने यह माना है कि पाकिस्तान अभी भी आतंकियों की मदद कर रहा है। इसी के चलते टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली एफएटीएफ पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट लिस्ट में बनाए रखेगा। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। हालांकि, फैसला शुक्रवार को आएगा।
एफएटीएफ में तुर्की और मलेशिया ने पाकिस्तान का समर्थन किया है। हाल ही में मलेशिया ने कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तान के बोल बोले थे। लेकिन दोनों देशों के समर्थन के बावजूद पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं आ पाएगा। ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए पाकिस्तान को एफएटीएफ के 39 सदस्य देशों में कम से कम तीन का समर्थन चाहिए। वहीं, ग्रे लिस्ट से व्हाइट लिस्ट में आने के लिए 12 देशों का समर्थन।
पहले भी ब्लैक लिस्ट में रह चुका है पाकिस्तान
पाकिस्तान फरवरी 2015 में ग्रे लिस्ट से हटाकर व्हाइट लिस्ट में डाला गया था। हालांकि, जून 2017 में वह ब्लैक लिस्ट में आ गया था। जून 2018 से वह ग्रे लिस्ट में ही है।
पाकिस्तान का दावा- 27 में से 14 पॉइंट पूरे किए
एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए आतंकियों पर कार्रवाई संबंधी 27 सूत्रीय एक्शन प्लान सौंपा था। पाकिस्तान का दावा है कि उसने 14 पूरे कर लिए हैं। वहीं, 11 पॉइंट पर काम चल रहा है। जबकि 2 पॉइंट ऐसे हैं, जिन पर काम करना मुमकिन नहीं है।
पाकिस्तान ने हाफिज सईद का किया जिक्र
पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को हाल ही में मिली सजा का भी जिक्र किया। जमाद उद दावा के चीफ हाफिज को हाल ही में मनी लॉन्ड्रिंग के दो मामलों में सजा दी गई है।
मसूद को लेकर पाकिस्तान ने बोला झूठ
हाल ही में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के लापता होने की खबर आई थी। पाकिस्तान सरकार का दावा है कि वह आर्मी की कैद से लापता हो गया है। हालांकि, मीडिया का दावा है कि मसूद पाकिस्तान में ही है। उसे सेना ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।