सार
पाकिस्तान के पेशावर के मस्जिद में आत्मघाती हमला (Peshawar suicide attack) हुआ, जिससे 32 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 147 से अधिक लोग घायल हो गए। जिस मस्जिद में हमला हुआ वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर (Peshawar suicide attack) सोमवार को बम धमाके से दहल गया। इस आत्मघाती हमले में 32 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 147 घायल हो गए। करीब 23 लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर में आतंकी घटनाएं नई बात नहीं हैं। पहले भी मस्जिद आतंकियों के निशाने पर रहे हैं। इसके चलते प्रमुख मस्जिदों में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। इसके बाद भी आत्मघाती हमला नहीं रुक पाया।
पेशावर पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम थे। पुलिस लाइन होने के चलते मस्जिद में पुलिस के जवानों का अधिकतर आना-जाना था। सोमवार दोपहर को बड़ी संख्या में लोग नमाज पढ़ने के लिए जुटे थे। इनमें पुलिस के जवानों की संख्या अधिक थी। टॉप सिक्योरिटी के बीच आत्मघाती हमलावर मस्जिद में घुसने में कामयाब हो गया। लोग नमाज अदा कर लौटने वाले थे तभी जोरदार धमाका हुआ और हर तरफ चीख-पुकार मच गई। धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों के शीशे टूट गए। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
पुलिस की गाड़ियों में लादकर घायलों को पहुंचाया गया अस्पताल
स्थानीय मीडिया के अनुसार धमाका इतना तेज था कि मस्जिद का एक हिस्सा ढह गया। फर्श पर लाशें बिछ गईं। घायल चीख-चीखकर मदद की गुहार लगाने लगे। धमाके के बाद मस्जिद धूल के गुबार से भर गया था। चंद सेकेंड में धूल छंटी तो लोग जमीन पर पड़े तड़पते दिखे। इसके बाद मौके पर सेना और पुलिस के जवान पहुंचे। पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को गाड़ियों में लादकर अस्पताल पहुंचाया गया।
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सुरक्षा-व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
भारी सुरक्षा वाले मस्जिद में आत्मघाती हमला कैसे हो गया इसको लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सवाल किया है कि सुरक्षा एजेंसियां से किस तरह चूक हो गई। इमरान खान ने ट्वीट किया, "नमाज के दौरान पेशावर के पुलिस लाइन मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मेरी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। यह जरूरी है कि हम अपनी खुफिया जानकारी जुटाने में सुधार करें और आतंकवाद के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए अपने पुलिस बलों को उचित रूप से तैयार करें।"