सार

फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव बीतने के बाद अब लोग अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन करना शुरू कर दिए हैं। वेतन वृद्धि, महंगाई नियंत्रण व रिटायरमेंट की आयु को लेकर हजारों की संख्या में देशभर में प्रदर्शन हुए। 

पेरिस। मई दिवस (May Day) पर फ्रांस में हजारों लोग सड़कों पर उतरकर सामाजिक न्याय, वेतन वृद्धि करने व सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की योजना को छोड़ने की मांग रखी। दुबारा निर्वाचित राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां (Emmanuel Macron) पर दबाव बढ़ाने के लिए सड़कों पर हुए अधिकतर प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से हुए। पुलिस ने कहा कि ज्यादातर रैलियां शांतिपूर्ण रही लेकिन पेरिस में काले कपड़े पहने "ब्लैक ब्लॉक" अराजकतावादियों द्वारा ला रिपब्लिक स्क्वायर के पास एक गली में एक बैरिकेड्स लगाने की कोशिश के बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। मैकडॉनल्ड्स के एक रेस्तरां और प्लेस लियोन ब्लम पर एक रियल एस्टेट एजेंसी में भी तोड़फोड़ की गई, उनकी खिड़कियां तोड़ दी गईं और कचरे के डिब्बे में आग लगा दी गई।

राष्ट्रपति चुनाव में आजीविका की कीमत मुख्य मुद्दा

राष्ट्रपति चुनाव अभियान में आजीविका की कीमत या रहने की लागत मुख्य विषय रहा। यह जून में होने वाले विधायी चुनावों में भी बना रहेगा। ऐसे मं मैक्रां की पार्टी व उनके सहयोगियों को विधायी चुनाव जीतना होगा, यदि वह अपनी व्यापार समर्थक नीतियों व सेवानिवृत्ति की आयु 62 से 65 करना चाहते हैं। हालांकि, देशभर में आय बढ़ाने व रिटायरमेंट की आयु घटाने की मांग जोर पकड़ी है।

देशभर में निकाली गई करीब 250 रैलियां 

मजदूर दिवस पर पूरे देश भर में करीब 250 रैलियां निकाली गई हैं। यह रैलियां पेरिस, लिली, नैनटेस, टूलूज़ और मार्सिले सहित अन्य शहरों में निकाले गए। फ़्रांस की राजधानी में, ट्रेड यूनियनवादियों के साथ राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं। इसमें ज्यादातर वामपंथी और जलवायु कार्यकर्ता थे। विरोध प्रदर्शन में शामिल लोग बैनर लिए हुए थे कि गठिया से से पहले सेवानिवृत्ति यानी 60 पर रिटायर किया जाए। साथ ही बढ़ती कीमतों को नियंत्रित किया जाए, आय बढ़ाया जाए। 

जितना मजबूत प्रदर्शन, उतना ही प्रभावशाली प्रेशर सरकार पर

हार्डलाइन सीजीटी यूनियन के प्रमुख फिलिप मार्टिनेज ने रैलियों से पहले रॉयटर्स को बताया कि इस मई दिवस के लिए जितनी मजबूत लामबंदी होगी, हम सरकार की नीतियों पर दबाव बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को मजदूरी बढ़ाकर क्रय शक्ति की समस्या से निपटना है।

मैक्रां दुबारा राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए हैं

मैक्रां पिछले रविवार के चुनाव नतीजों में अपनी प्रतिद्वंद्वी मरीन ले पेन को हराकर पांच साल के लिए दूसरी बार राष्ट्रपति चुने गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव के पहले दौर में तीसरे स्थान पर रहे वामपंथी नेता जीन-ल्यूक मेलेनचॉन पेरिस मार्च में भाग लिया।

मरीन ले पेन ने किया अपील

मरीन ले पेन ने एक वीडियो संदेश में मतदाताओं से जून में अपनी पार्टी से अधिक से अधिक प्रतिनिधि चुनने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के प्रतिनिधियों को चुनें ताकि वह आमजन की क्रय शक्ति की रक्षा कर सकें और मैक्रां को फ्रांस और फ्रांसीसी लोगों के लिए हानिकारक परियोजना को लागू करने से रोक सकें। बता दें कि फ्रांस में 12 और 19 जून को संसदीय चुनाव होंगे।

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