सार

अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पहले मुख्य तकनीकी अधिकारी बने भारतीय मूल के नंद मूलचंदानी पहला मुख्य तकनीकी अधिकारी बनाया गया है। मूलचंदानी ने 1979 से 1987 के बीच दिल्ली के ब्लूबेल्स स्कूल इंटरनेशनल से पढ़ाई की थी।

वाशिंगटन। भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नंद मूलचंदानी को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (Central Intelligence Agency) का पहला मुख्य तकनीकी अधिकारी बनाया गया है। मूलचंदानी ने 1979 से 1987 के बीच दिल्ली के ब्लूबेल्स स्कूल इंटरनेशनल से पढ़ाई की थी।

सीआईए के निदेशक विलियम जे बर्न्स ने यह घोषणा की। सीआईए के मुताबिक, मूलचंदानी के पास सिलिकॉन वैली में काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है। बर्न्स ने कहा ने कहा कि मैंने प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने को प्राथमिकता दी है। नई सीटीओ (Chief Technology Officer) उस प्रयास का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। मुझे खुशी है कि नंद हमारी टीम में शामिल हो गए हैं और इस महत्वपूर्ण नई भूमिका के लिए अपने व्यापक अनुभव लाएंगे।

 

 

अमेरिकी रक्षा विभाग में किया है काम
खुफिया एजेंसी में शामिल होने से पहले मूलचंदानी ने अमेरिकी रक्षा विभाग के तहत संयुक्त आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर के सीटीओ और कार्यवाहक निदेशक के रूप में काम किया है। मूलचंदानी एक उद्यमी हैं, जिन्होंने कई सफल स्टार्टअप्स की सह-स्थापना की है और सीईओ रहे हैं। उन्होंने ओब्लिक्स (ओरेकल द्वारा अधिग्रहित), डिटरमिना (वीएमवेयर द्वारा अधिग्रहित), ओपनडीएनएस (सिस्को द्वारा अधिग्रहित) और स्केलएक्सट्रीम (साइट्रिक्स द्वारा अधिग्रहित) स्टार्टअप्स की सह-स्थापना की है।

मूलचंदानी ने कहा सीआईए में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं
मूलचंदानी ने कॉर्नेल से कंप्यूटर साइंस और मैथ में डिग्री, स्टैनफोर्ड से मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री और हार्वर्ड से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है। अमेरिकी एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मूलचंदानी के रूप में सीआईए को पर्याप्त व्यक्तिगत अनुभव वाला अधिकारी मिला है। मूलचंदानी यह सुनिश्चित करेंगे कि एजेंसी अत्याधुनिक इनोवेशन का लाभ उठाए। अपनी नियुक्ति के बारे में मूलचंदानी ने कहा कि मैं सीआईए में शामिल होने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं कंपनी के अविश्वसनीय प्रौद्योगिकीविदों और क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ काम करने के लिए तत्पर हूं। वे पहले से ही विश्व स्तरीय खुफिया जानकारी भेज रहे हैं।