सार

श्रीलंका में वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। उन्होंने 42.3% वोट हासिल किए और निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को हराया। दिसानायके देश के 10वें राष्ट्रपति होंगे।

Who is Anura Kumara Dissanayake: भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में वामपंथी दलों को बड़ी जीत मिली है। वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके 42.3 प्रतिशत वोट के साथ राष्ट्रपति चुनाव जीत गए हैं। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वियों में सजित प्रेमदासा और वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे रहे। दिसानायके, देश के 10वें राष्ट्रपति होंगे। वह निवर्तमान राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की जगह लेंगे।

श्रीलंका में राष्ट्रपति पद के 38 उम्मीदवार थे। इसमें प्रमुख रूप से निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, पूर्व राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदासा के बेटे सजित प्रेमदासा, नवल राजपक्षे, नुवान बोपेज शामिल थे। राष्ट्रपति पद के दावेदार अनुरा कुमारा दिसानायके के पास इस बार संसद में केवल तीन सीटें थीं। 55 वर्षीय वामपंथी नेता दिसानायके जनता विमुक्ति पेरामुना (JVP) के नेता हैं। उनकी पार्टी, नेशनल पीपुल्स पावर या एनपीपी गठबंधन से चुनाव लड़ रही है।

दूसरे राउंड की गिनती करानी पड़ी

श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में पहली बार कोई राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार 50 प्रतिशत वोट नहीं पा सका। इसलिए दूसरे राउंड की गिनती करानी पड़ी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले राउंड में अनुरा दिसानायके को 42.3 प्रतिशत, सजित प्रेमदासा को 32.8 प्रतिशत तो रानिल विक्रमसिंघे को महज 17.3 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए।

सर्वे में भी आगे चल रहे थे दिसानायके

चुनाव पूर्व हुए सर्वे में भी वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके 36 प्रतिशत वोटर्स के समर्थन से सबसे आगे चल रहे थे जबकि निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और सजित प्रेमदासा सर्वे में उनसे पीछे चल रहे थे।

225 सांसदों वाली है श्रीलंका की संसद

श्रीलंका की संसद में 225 सांसद चुनकर जाते हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, बीते चुनाव में चुनाव जीतने वाले गोटाबाया राजपक्षे के जनांदोलन के बाद देश छोड़ने पर राष्ट्रपति चुने गए थे। वह राजपक्षे के शेष कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुने गए थे। दरअसल, श्रीलंका की बदहाल स्थितियों के खिलाफ जनता राजपक्षे परिवार के खिलाफ आंदोलित हो गई थी। हजारों की संख्या में आंदोलित लोग राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे। इसके बाद राजपक्षे को देश छोड़ना पड़ा था। रानिल विक्रमसिंघे 2022 से राष्ट्रपति थे। अब उनकी जगह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके शपथ लेंगे।

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